मुरादनगर गंग नहर पर स्थित जीवन आशा हॉस्पिटल एवं रिहैब सेंटर में मरीजों को मुफ्त लगाये जाते हैं कृत्रिम अंग
अथाह संवाददाता
मुरादनगर। मुरादनगर गंग नहर पर स्थित जीवन आशा हॉस्पिटल एवं रिहैब सेंटर में 14 जनवरी को मकर संक्रांति के पर्व पर 1000 वे मरीज को कृत्रिम अंग प्रदान किया गया।
जीवन आशा हॉस्पिटल जिसकी स्थापना परम पूज्य संस्कार प्रणेता ज्ञान योगी मुनि श्री 108 सौरभ सागर जी महाराज की प्रेरणा से 20 मई 2019 को हुई थी तब से आज तक निरंतर जरूरतमंद विकलांगों को निशुल्क कृत्रिम अंग लगाए जाते रहे हैं।
शुक्रवार मकर सक्रांति के दिन 1000 वें मरीज को कृतिम अंग दिया गया है। हाकिम सिंह नाम का मरीज जो उज्जैन मध्य प्रदेश से सोशल मीडिया फेसबुक के माध्यम से जीवन आशा के बारे में जानकारी प्राप्त करने पर यहां आया था जिसे सफलतापूर्वक हॉस्पिटल द्वारा कृत्रिम अंग प्रदान किया गया। कृत्रिम अंग मिलने के बाद हाकिम सिंह अत्यंत ही प्रसन्न एवं खुश है कि वह अपनी आजीविका एवं अपने परिवार का भरण पोषण अब स्वयं काम करके कर सकेगा। हाकिम सिंह ने हॉस्पिटल के समस्त स्टाफ व डॉक्टर्स का आभार व्यक्त किया है।
इस अवसर पर हॉस्पिटल के ट्रस्टी अशोक जैन सीए, जम्मू प्रसाद जैन एवं संजय जैन, डा. शैलेश निधि शर्मा, डा. एसओ गुप्ता, डा. अंशुल गर्ग, डा. आशीष शर्मा, डा. सूर्यकांत, डॉक्टर निहारिका एवं हॉस्पिटल का समस्त स्टाफ उपस्थित था।
अंत में डा. शैलेश द्वारा महाराज श्री का शुक्रिया अदा किया जिनकी प्रेरणा से संचालित जीवन आशा हॉस्पिटल ट्रस्ट द्वारा एक ऐसा कार्य किया जा रहा है जहां पर बिना किसी जाति- धर्म का भेदभाव किये सभी जरुरतमंदों को निशुल्क कृत्रिम अंग दिए जाते हैं। जम्मू प्रसाद जैन ने बताया कि समाज के लोगों के सहयोग से एवं श्री 108 सौरभ सागर महाराज के आशीर्वाद से ही संपूर्ण कार्य निर्वघ्न संपन्न किया जाता है।