भाजपा की जन विश्वास यात्रा शनिवार को गाजियाबाद जिले में थी। यात्रा का जिले में स्वागत ऐसे हुए जिसकी उम्मीद नहीं थी। इसके साथ ही तीनों सभा भी सफल रही। लेकिन यात्रा पूरे दिन भटकाव के दौर से गुजरती रही। कब- कहां- कौन यात्रा में शामिल होगा, यात्रा कब पहुंचेगी, कहीं नेता गायब तो कहीं पर रथ ही गायब। यह रही पूरी यात्रा की। इसको देखते हुए यात्रा का नेतृत्व करने वालों के साथ ही योजना बनाने वालों के ऊपर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। मोदीनगर के बाद यात्रा हर स्थान पर चार से पांच घंटे देरी से पहुंची। मुख्यमंत्री के रोड शो ने रही सही कसर पूरी कर दी। मुरादनगर में उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा की सभा समाप्त होने के बाद भी लंबे समय तक यात्रा नहीं पहुंची। यहां से यात्रा को लोनी जाना था। लेकिन उसे साहिबाबाद भेजकर प्रदेश सरकार में मंत्री कपिल देव अग्रवाल, सांसद सत्यपाल सिंह एवं जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल को लोनी पहुंचने के लिए कहा गया, वह भी बगैर रथ के। इसके बाद बीच में ही सत्यपाल सिंह गायब हो गये। उधर उप्र मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा जब साहिबाबाद में सभा को संबोधित कर रहे थे उसी दौरान रथ को गाजियाबाद के लिए रवाना कर दिया गया। इसके बाद बारी आई मुख्यमंत्री के रोड शो की। रोड शो दिन छुपने के बाद हुआ। इस दौरान हजारों लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद लोगों को मुख्यमंत्री तक फूल माला पहुंचाने का मौका भी नहीं मिल सका। रोड शो में उमड़ी भीड़ ने अवश्य पुलिस- प्रशासन के छक्के छुड़ा दिये। जिले में यात्रा रणनीतिकारों के ऊपर सवाल खड़े कर गई। इसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिम्मेदार पदाधिकारियों के साथ ही आला पदाधिकारी भी शामिल है जिन्होंने पल पल कार्यक्रम बदला।