Dainik Athah

सीएसआर फंड से एमएमजी अस्पताल को मिलीं 10 बाइपैप मशीन

50 बेड, 50 टेबल और ढाई सौ कुर्सियां मिलने से जिला अस्पताल में मिल सकेगी बेहतर व्यवस्था

अथाह संवाददाता,
गाजियाबाद।
कोविड के चलते स्वास्थ्य विभाग लगतार अपना इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर करने में लगा है। इसके लिए बड़ी-बड़ी कंपनियां भी अपने सीएसआर (कापोर्रेट सोशल रेस्पांसबिलटी) के तहत विभाग की मदद कर रही हैं। जिला एमएमजी अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डा. अनुराग भार्गव ने बताया सैमसंग समेत कई बड़ी कंपनियों ने जिला अस्पताल के लिए साजों सामान उपलब्ध कराया है। उन्होंने बताया सीएसआर फंड से कंपनियों ने 10 बाईपैप मशीनों के अलावा, 50 बेड, 50 टेबल और ढाई सौ कुर्सियों के साथ ही 3000 लीटर सेनेटाइजर और पांच एयर फिल्टर उपलब्ध कराए हैं।

सीएमएस ने बताया एक बाईपैप मशीन की कीमत करीब एक लाख रुपए होती है। जब किसी व्यक्ति के शरीर में ऑक्सीजन सेच्यूरेशन का स्तर कम होने लगता है तो इसकी जरूरत होती है। कोविड की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन सेच्यूरेशन की ही समस्या सबसे ज्यादा आई थी। इसका कारण यह है कि कोरोना वायरस श्वसन तंत्र और फेफड़ों पर ही वार करता है। उन्होंने बताया- बाईपैप मशीन दरसअल, एक प्रकार का मास्क है। किसी व्यक्ति के फेफड़े जब सही से काम नहीं करते तो इसे उसके चेहरे पर लगाया जाता है।

सीएमएस डा. अनुराग ने बताया इस मशीन का प्रयोग कोरोना के अलावा सांस संबंधी अन्य बीमारियों में भी किया जाता है। यह मशीन फेफड़ों तक ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करती है। बाईपैप के जरिए मरीज को मुंह बंद रखना होता है और नाक के जरिए ही सांस लेनी और छोड़नी होती है। इस दौरान सांसें तेज चलती प्रतीत होती हैं। उन्होंने बताया सीएसआर फंड से 50 बेड, 50 टेबल और ढाई सौ कुर्सियां भी जिला अस्पताल को मिली हैं। इससे जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *