रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा अपने नाम के अनुरूप हो दैनिक अथाह का पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फैलाव
समाचार पत्र के ले आउट, खबरों, लेख एवं विश्लेषण को सराहा
विशेष संवाददाता । देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि दैनिक अथाह समाचार पत्र का उसके नाम के अनुरूप ही गाजियाबाद के साथ ही समूचे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फैलाव हो। इसके साथ ही उन्होंने समाचार पत्र की जमकर सराहना भी की। अथाह पब्लिकेशन ने उन्हें जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर अपनी शुभकामना भी दी।
वीरवार को दैनिक अथाह के संपादक अशोक ओझा ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से उनके निवास पर भेंट की। इस दौरान उन्हें समाचार पत्र की प्रति भी भेंट की तथा जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर उन्हें अथाह पब्लिकेशन की तरफ से शुभकामनाएं भी दी। इस दौरान उन्होंने दैनिक अथाह को पूरी तरह से पढ़ा साथ ही एक बेहतर समाचार पत्र प्रकाशित करने के लिए दैनिक अथाह टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि दैनिक अथाह समाचार पत्र को उन्होंने पूरी तन्मयता से पढ़ा है। इसमें आज के समय के अनुसार समाचार, विचार, विश्लेषण, फिल्म, खेल सभी कुछ है। समाचारों का प्रस्तुतिकरण भी दिल को छू लेने वाला है। उन्होंने कहा कि स्थानीय खबरों के साथ ही प्रदेश एवं राष्ट्रीय समाचारों का जिस प्रकार चुनाव किया गया है तथा उन्हें स्थान दिया गया है इसकी जिसकी तारीफ की जाये वह कम है।
राजनाथ सिंह ने इस दौरान दैनिक अथाह टीम में कौन कौन लोग जुड़े हैं इसकी जानकारी भी ली। उन्होंने वरिष्ठ सहयोगी तोषिक कर्दम के संबंध में भी जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दैनिक अथाह के साथ ही पूरे पब्लिकेशन को उनकी शुभकामना है। पूरी टीम मेहनती है तथा अथाह को गाजियाबाद तक सीमित न रखकर उसका समूचे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फैलाव किया जाये। उन्होंने इस दौरान गाजियाबाद के प्रमुख लोगों के स्वास्थ्य एवं जिले में कोरोना की स्थिति, प्रशासन- पुलिस की कार्यप्रणाली समेत अन्य मुद्दों पर भी बात की।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वे जब भी गाजियाबाद आयेंगे वहां से लोगों से मिलेंगे। उन्होंने कहा कि आज भी गाजियाबाद के लोगों का उनसे एवं उनके परिवार से अथाह लगाव है। गाजियाबाद के लोगों के लिए लिए उनके घर के दरवाजे पूर्व की भांति हर समय खुले थे व खुले रहेंगे। वे सांसद कहीं से भी रहे, लेकिन गाजियाबाद के लोगों से उनका पूर्व की भांति ही रहेगा। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार चंदीला भी मौजूद थे।