कार्य में लापरवाही बरतने पर राजस्व निरीक्षक का मांगा स्पष्टीकरण
राजस्व कार्यों में शासन की मंशा के अनुरूप गतिशीलता लाने के संबंध में संबंधित अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
राजस्व से जुड़े हुए अधिकारी सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर राजस्व वादों का करें निस्तारण
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। मेरठ मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट परिसर में स्थापित जिलाधिकारी कार्यालय के विभिन्न पटलों का निरीक्षण किया। मंडलायुक्त द्वारा गहनता के साथ निरीक्षण करते हुए विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। निरीक्षण के दौरान कलेक्ट्रेट परिसर में स्थापित कोरोना हेल्प डेस्क एवं महिला हेल्प डेस्क का निरीक्षण किया। ़
इसके बाद न्यायालय जिला मजिस्ट्रेट कक्ष, अपर जिलाधिकारी प्रशासन कार्यालय कक्ष, न्यायालय नगर मजिस्ट्रेट कक्ष, न्यायालय एसडीएम सदर कक्ष, न्यायालय अपर जिलाधिकारी नगर कक्ष, एआईजी स्टांप कार्यालय, जिलाधिकारी कार्यालय के अंतर्गत संयुक्त कार्यालय, राजस्व रिकॉर्ड रूम, निर्वाचन कार्यालय, ईआरके कार्यालय का निरीक्षण किया गया। मंडलायुक्त द्वारा जिला मजिस्ट्रेट न्यायालय में पुराने वादों की पत्रावली के संबंध में जानकारी लेते हुए पत्रावली एवं अभिलेखों को चेक किया गया। न्यायालय अपर जिलाधिकारी नगर एवं न्यायालय उप जिलाधिकारी सदर का मंडलायुक्त द्वारा गहनता के साथ निरीक्षण किया गया और 05 साल से पुराने लंबित राजस्व वादों का निस्तारण तत्काल गुण दोष के आधार पर किए जाने के लिए निर्देशित किया गया। इसके साथ ही उन्होंने संबंधित अधिकारियों को नियमित स्तर पर न्यायालय में बैठकर राजस्व परिषद की मंशा के अनुरूप राजस्व वादों का निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जिला निर्वाचन कार्यालय का निरीक्षण करते हुए मंडलायुक्त ने कहा कि आयोग के माध्यम से निर्वाचन के संबंध में विभिन्न कार्यों एवं रिपोर्ट के संबंध में जो अपेक्षा की जा रही है, उसकी नियमित जानकारी उन्हें उपलब्ध कराई जाए ताकि निर्वाचन संबंधी कार्य समयबद्धता के साथ निरंतर स्तर पर संपन्न होते रहे। मंडलायुक्त ने अपने निरीक्षण के दौरान संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी अधिकारीगण अपने-अपने कार्यालयों में अभिलेखों का रखरखाव मानकों के अनुरूप सुनिश्चित करते हुए साफ-सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दें। राजस्व रिकॉर्ड रूम का गहनता के साथ निरीक्षण करते हुए मंडलायुक्त ने राजस्व अभिलेखों का रखरखाव निर्धारित मानकों के अनुरूप करने के संबंध में निर्देश दिए। राजस्व रिकॉर्ड रूम में वर्ष 2018 से विनिस्ट्रीकरण का कार्य नहीं किया गया है जिस पर आयुक्त महोदय द्वारा निर्देश दिए गए की तत्काल नियमानुसार विनिस्ट्रीकरण का कार्य पूरा किया जाए।
इसी प्रकार उन्होंने संयुक्त कार्यालय में शस्त्र लिपिक पटल का निरीक्षण किया और शस्त्र लिपिक शैलेश कुमार को विरासत के प्रकरणों का त्वरित गति से निस्तारण करने के निर्देश दिए गए। तत्पश्चात न्याय सहायक प्रथम प्रमोद कुमार के पटल का निरीक्षण किया गया जहां न्याय सहायक द्वारा बताया गया कि उनके पटल पर 25 आर्म्स एक्ट विभिन्न प्रकार के आयोग के प्रकरण तथा अन्य न्यायिक कार्य देखे जाते हैं। निरीक्षण के दौरान न्याय सहायक द्वितीय पर हाल ही में कार्यभार संभालने वाले नीरज वीर को मुख्यमंत्री आर्थिक सहायता संबंधी फाइलों का त्वरित निस्तारण करने पर उनके कार्य को मंडलायुक्त द्वारा सराहा गया। साथ ही तहसील सदर में तैनात राजस्व निरीक्षक विपिन कुमार को लेखपाल द्वारा रिपोर्ट भेजे जाने के लगभग 2 सप्ताह बाद अपनी रिपोर्ट अंकित करने में किए गए विलंब के दृष्टिगत उनका स्पष्टीकरण प्राप्त करने के भी निर्देश दिए गए। मंडलायुक्त के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन ऋतु सुहास, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व विवेक श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी नगर विपिन कुमार तथा अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।