जो भी विधायक बनें उसके ही हो जायेंगे प्रधान जी
गाजियाबाद जिले एवं खासकर मोदीनगर विधानसभा में गंग नहर से सटे एक गांव के प्रधानजी ऐसे हैं जो कभी रालोद नेता के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए अखबारों में विज्ञापन छपवाते हैं, कभी रालोद मुखिया को थैली भेंट करते हैं। लेकिन मौका भाजपा का आये तो पार्टी का कार्यक्रम भी अपने आंगन में करवा लेते हैं। ऐसे ही गुरुवार को भाजपा की मंडल बैठक प्रधानजी के अंगने में हो गई। बात पार्टी के जिले के बड़े पदाधिकारियों के पास पहुंची तो नाराजगी भी जताई गई। दरबारी लाल ने खोज की तो पता चला कि फूल वाली पार्टी ने भी पैसा खर्च न हो इसी कारण प्रधानजी के आंगन को चुन लिया। प्रधानजी रहते दिल्ली में है। लेकिन पैसे की भरमार है सो चुनाव भी जीत लिया अब रालोद- भाजपा दोनों को अपनी गोद में बैठाये हैं जो भी जीता उसका हो जाऊं की तर्ज पर चल रहे हैं। लेकिन फूल वाली पार्टी में इसको लेकर खासी चर्चाएं है।
… कहां है मंत्री नीलकंठ तिवारी
मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा को केंद्र सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार को सौंपा जा रहा है। यह कार्य गुरुवार को होगा। उत्तर प्रदेश में पर्यटन, धमार्थ कार्य एवं संस्कृति विभाग की जिम्मेदारी नीलकंठ तिवारी के पास है। लेकिन मंत्री जी का नाम उस सूची में नहीं है जहां पर प्रतिमा सौंपने का कार्य होगा। दिल्ली में होने वाले कार्यक्रम में उप्र का प्रतिनिधित्व गन्ना मंत्री सुरेश राणा करेंगे। यहां पर गाजियाबाद के सांसद एवं केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल साहब को भी महत्व दिया गया है। लेकिन वाराणसी से ताल्लुक रखने वाले नीलकंठ तिवारी का नाम न होना क्या कुछ कहता है। प्रतिमा भी वाराणसी ही पहुंचनी है। इसको लेकर पार्टी के ही लोग दबी जुबान में चर्चा कर रहे हैं।
…कौन है कि जो कह रहा है कि शहर साफ है
गाजियाबाद में पिछले एक महीने से कूड़े का निस्तारण नहीं हो रहा है। स्थानीय निकाय दावा कर रही है कि यूपी के टॉप 13 में गाजियाबाद का शुमार हुआ है। अब यह समझ नहीं आता कि सरकार का वह कौन सा चश्मा है कि कूड़े के ढेर पर बैठे गाजियाबाद को किस आधार पर इस आंकड़े में शामिल किया गया है। शायद अधिकारियों को अपनी आंख के नंबर चेक कराने की जरूरत है। आज हर आदमी की जुबान पर गाजियाबाद में जगह- जगह लगे कूड़े के ढेर का किस्सा सुना जा सकता है, लेकिन अधिकारी है कि अपनी पीठ थपथपा ने से बाज नहीं आ रहे हैं, कुछ तो शर्म करो।