…नये पीपीएस की तैनाती: कांटे से कांटा निकालने की कवायद
प्रदेश में इन दिनों तबादलों का दौर चल रहा है। इसी दौर में एक पीपीएस की तैनाती गाजियाबाद जिले में हुई है। लेकिन उनकी ज्वाइनिंग से पहले ही यह चर्चा शुरू हो गई है कि उनकी तैनाती कहां की जानी है। जिन पीपीएस की तैनाती जिले के लिए हुई है वे साहब प्रदेश के बाहुबली के रिश्तेदार भी बताये जा रहे हैं।
जिस सर्किल में तैनाती की चर्चा है वहां के माननीय से पंगा लेना शायद ही किसी के बस की बात हो। जिले के अफसर उन माननीय से बचते नजर आते हैं। हालांकि नये नये शिगूफे छेड़ना एवं अफसरों के सामने खड़े होना उनका पुराना शगल है। अब आईपीएस लॉबी इन नये पीपीएस को उन्हीं माननीय के क्षेत्र में तैनाती पर विचार कर रही है।
यह भी बता दें कि इन नवागंतुक पीपीएस के जीजाश्री कुछ समय पूर्व जिला प्रशासन में महत्वपूर्ण पद पर तैनात रहे हैं। उनसे भी माननीय की सीधी भिडंÞत हो चुकी है। इतना ही नहीं उन अधिकारी के ऊपर आरोप लगाने के साथ ही माननीय ने उच्च न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया था। इसके साथ ही उनकी बहनजी की तैनाती भी जिले के एक प्राधिकरण में है। जिस प्रकार कांटे से कांटा निकालने की कवायद में जिले की आईपीएस लॉबी लगी है देखते हैं कि उसमें वह कहां तक सफल होते हैं। लेकिन यह तैनाती भी चुनाव से पहले कठिन ही होगी। सीधा कारण है आपसी टकराव प्रदेश के हुकुमरान भी नहीं चाहेंगे।