अथाह ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि जनता भाजपा वालों की वोटों से पिटाई करने की तैयारी में है। उनका समय बीत चला है। जनता महंगाई और भाजपा की कुनीतियों से परेशान है। उन्होंने कहा कि ह्यह्यउत्तर प्रदेश को योगी सरकार नहीं योग्य सरकार चाहिए।
अखिलेश यादव आज समाजवादी पार्टी में कई प्रमुख विपक्षी नेताओं के शामिल होने के मौके पर सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा भाजपा सरकार वादाखिलाफी की सरकार है। उसके रहते लोगों को न्याय नहीं मिल सकता है। समाजवादी पार्टी से ही लोगों को इंसाफ मिलने का भरोसा है।
समाजवादी पार्टी सबका सम्मान करती है और सबको साथ लेकर चलती है। उन्होंने कहा यूपी में न्याय मांगने वालों को टायर के नीचे कुचल दिया जाता है। किसानों के साथ सरकार अन्याय कर रही है। समाजवादी सरकार में हर जिले में किसानों के लिए बनाई गई मंडियां बन्द हो गई हैं।
समाजवादी सरकार आने के बाद किसानों की फसलों को एमएसपी पर बेचने के इंतजाम करेंगे। त्यौहारों में लोगों को बिजली तक नहीं मिल पाई क्योंकि सही समय पर कोयले का इंतजाम नहीं किया गया। आज जो राज्य को बिजली मिल रही है वह समाजवादी सरकार की देन है।
यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री से ज्यादा झूठ कोई बोल नहीं सकता। मुख्यमंत्री को पता करना चाहिए कि समाजवादी सरकार ने ट्रांसमिशन पर कितना काम किया था। भाजपा सिर्फ नारों और विज्ञापनों में चर्चा में रहती है। भाजपा सरकार चार वर्षों में बमुश्किल 40 हजार भर्तियां कर पाई जबकि चार लाख नौकरियां देने की बात की जाती है।
आउटसोर्स से नौकरियों में भी छंटनी हो जाती है। सरकार को युवाओं को नौकरी देने की पूरी सूची जारी करनी चाहिए। यूपी में पेट्रोल 100 के पार चला गया लेकिन भाजपा वालों को अब तक नहीं पता कि पेट्रोल कितना महंगा हो गया है। पेट्रोल डीजल की महंगाई की वजह से हर चीज महंगी हो गई है।
सपा प्रमुख ने कहा भाजपा गलत रास्ते पर है। समाजवादी सरकार बनने पर न्यूट्रीशनल वैल्यू बढ़ाया जायेगा। पिछली समाजवादी सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड में राहत सामग्री में पोषण के लिये घी और दूध पाउडर का भी प्रबन्ध किया गया था। भाजपा ने समाजवादी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को खत्म कर दिया है।
प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गयी है। समाजवादी सरकार में बनाये गये मेडिकल कॉलेज को भी भाजपा सरकार ने ठप्प कर दिया। पैरामेडिकल स्टाफ सहित चिकित्सा कर्मियों की अनुपलब्धता के कारण स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हो गयी हैं।