इन दिनों गाजियाबाद जिले समेत पूरे प्रदेश में डेंगू, वायरल का प्रकोप है ऐसे में पूरे जिले में जिलाधिकारी के निर्देश पर दवाओं के छिड़काव एवं फॉगिंग का अभियान नगर पालिकाओं, नगर निगम, नगर पंचायतों के साथ ही ग्राम पंचायतों ने छेड़ा हुआ है। इसको लेकर गुरुवार को किसी सोशल मीडिया ग्रुप पर एक टिप्पणी जिलाधिकारी को नजर आई। टिप्पणी विरोधी दल के नेता की तर्ज पर थी कि केवल कागजों में काम हो रहा है। धरातल पर कुछ नहीं। इस टिप्पणी के बाद जिलाधिकारी ने प्रमुख सोशल मीडिया ग्रुपों में एक के बाद सौ से अधिक फोटो एवं वीडियो वायरल किये। इनके माध्यम से यह बताया गया कि काम कागजों में नहीं धरातल पर हो रहा है। ये सभी फोटो जिले के अलग- अलग स्थानों के थे जहां गंदे पानी के जमाव पर डीडीटी के छिड़काव के साथ ही लार्वा मारने वाली दवाओं का छिड़काव हो रहा है। इसके साथ ही फॉगिंग की तस्वीरें भी इन ग्रुपों में शेयर की गई। कहने का अर्थ यह है कि वर्तमान जिलाधिकारी कागजों में नहीं धरातल पर काम करने मे विश्वास करते हैं।
डीएम के इस प्रकार धुंआधार फोटो वायरल करने पर पहले तो किसी को समझ नहीं आया। इसके बाद लोगों को हकीकत पता चली। इतना ही नहीं जो अधिकारी काम करते हैं उनको मनोबल बढ़ाने का काम भी जिलाधिकारी ने किया। सहायक मलेरिया अधिकारी के उस फोटो को भी उन्होंने वायरल किया जिसमें उक्त महिला अधिकारी चार माह के बच्चे को गोद में लेकर क्षेत्र में काम में जुटी है। राकेश कुमार सिंह कहते हैं ऐसा पहले नहीं देखा। ऐसे अधिकारी के काम की सराहना भी होनी चाहिये।