Dainik Athah

मंथन – जाट राजा के नाम को पश्चिम में कितना भुना पायेगी भाजपा!

अलीगढ़ में जाट राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर विश्व विद्यालय खोलने के साथ ही एक प्रमुख सड़क भी राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर होगी। इस विश्व विद्यालय का शिलान्यास मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाथों करवाया गया। इसके लिए दिन भी चुना गया राधा अष्टमी का। अलीगढ़ ब्रज का हिस्सा है इस कारण राधा- कृष्ण यहां के रोम रोम में बसे हैं। राजा महेंद्र प्रताप अलीगढ़ जिले के थे। अलीगढ़ मुस्लिम विवि के लिए भी उन्होंने जमीन दी थी। इन दिनों लंबे समय से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन चल रहा है। यह कहने में कोई संकोच नहीं होना चाहिये कि किसान आंदोलन में भागीदारी भी सबसे अधिक जाटों की है। बाकि तो जो पदाधिकारी है वे अपनी उपस्थिति दर्ज करवा पाते हैं। भाजपा ने जाटों को साधने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पार्टी के सभी प्रमुख पदों पर जाटों की ताजपोशी करवा दी। बावजूद इसका लाभ पार्टी को होता नजर नहीं आ रहा है। यहीं कारण है कि अब जाट राजा महेंद्र प्रताप सिंह के माध्यम से जाटों के आंदोलन की धार भोथरी करने की रणनीति बनाई गई है। लेकिन भाजपा के इस दाव का जाटों पर कितना असर होता है यह तो आने वाले वाला वक्त ही बतायेगा। हालांकि गुमनामी में खोये जाट राजा को भाजपा ने अब अपना लिया है। भाजपा के इस दाव से निश्चित ही जाटों की राजनीति करने वालों कुछ तो चिंतित है। लेकिन रालोद समेत भाकियू भी इसकी काट खोजने के प्रयास में जुट गये हैं। जाट राजा के नाम पर यदि पश्चिम को भाजपा जीत लेती है तो उसके लिए यह बड़ा कदम होगा। इतना ही नहीं भाजपा लंबे समय तक इस नाम के सहारे जाटों को जीतने का काम करेगी।

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