केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने डॉ. अलका गोयल के कविता संग्रह
अथाह ब्यूरो
नयी दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय सभागार में गुरूवार को केंद्रीय राज्य मंत्री सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय एवं कॉपोर्रेट मामले हर्ष मल्होत्रा द्वारा डॉ. अलका गोयल की कविता संग्रह ‘गुंचे जज्बातों के’ का उच्च न्यायालय सभागार, नई दिल्ली में विमोचन किया। इस कार्यक्रम में, जिसमें प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति, साहित्यकार और शुभचिंतक उपस्थित थे, उनकी नवीनतम साहित्यिक कृति का अनावरण हुआ, जो भावनाओं और सामाजिक विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला को दशार्ती है। इससे पहले दो पुस्तकों का सफलतापूर्वक विमोचन हो चुका है, और यह उनकी तीसरी पुस्तक है।
पुस्तक का विमोचन अनीश फाउंडेशन के तत्वावधान में किया गया, जो एक गैर-सरकारी संगठन है और जिसकी स्थापना डॉ. गोयल के पुत्र अनीश की स्मृति में की गई थी, जिनका 2012 में निधन हो गया था। यह फाउंडेशन आॅटोमोटिव तकनीक और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित है, साथ ही विभिन्न धर्मार्थ और मानवीय पहलों में भी सक्रिय रूप से योगदान देता है।
विमोचन के अवसर पर बोलते हुए डॉ. अलका गोयल ने अपने काम के पीछे की प्रेरणा अपने पुत्र, जिसे उन्होंने 2012 में खो दिया था के बारे में बताया। उन्होंने कहा, यह पुस्तक केवल कविताओं का संग्रह नहीं है; यह जीवन के असंख्य अनुभवों से बुनी भावनाओं का एक गुलदस्ता है। मैं आभारी हूँ कि यह प्रयास समाज में सार्थक प्रभाव पैदा करने के अनीश फाउंडेशन के मिशन का भी समर्थन करता है। इस कार्यक्रम में पुस्तक का पाठ, भावभीनी श्रद्धांजलि और इस विषय पर चर्चा हुई कि कैसे कला और साहित्य भावना और नवाचार के बीच एक सेतु का काम कर सकते हैं। अतिथियों ने तकनीकी प्रगति और सामुदायिक कल्याण, दोनों को बढ़ावा देने में फाउंडेशन के प्रयासों की सराहना की, जिससे यह पुस्तक विमोचन रचनात्मकता और करुणा, दोनों का उत्सव बन गया।
‘गुंचे जज्बातों के’ को अमेजन पर अपलोड कर दिया गया है और अब यह उन पाठकों के लिए उपलब्ध है जो जीवन के विविध रंगों से सराबोर और मन को प्रेरित करते हुए दिलों को छूने वाली कविताओं की सराहना करते हैं।
अनीश फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संगठन है जो आॅटोमोटिव तकनीक और कृत्रिम बुद्धिमत्ता में अनुसंधान और विकास के लिए प्रतिबद्ध है, साथ ही समाज के वंचित वर्गों को लाभ पहुँचाने वाले परोपकारी कार्यों में भी संलग्न है। अनीश की स्मृति में स्थापित, यह फाउंडेशन नवाचार और सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन के अवसर पैदा करता रहता है।
