Dainik Athah

मोदीनगर के ग्राम सैदपुर हुसैनपुर डीलना की ‘औद्योगिक टाउनशिप-सह-लॉजिस्टिक पार्क’ के रूप में होगा विकसित

  • गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की 170 वीं बोर्ड बैठक मंडलायुक्त डा. हृषिकेश भास्कर यशोद की अध्यक्षता में संपन्न
  • नई आवासीय योजना ‘हरनन्दीपुरम’ के लिए भूमि अधिग्रहण प्रस्ताव किये जाने के प्रस्ताव पर लगी बोर्ड की मुहर
  • मधुबन बापूधाम योजना का संशोधित मानचित्र स्वीकृत

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद
। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) की 170वीं बोर्ड बैठक कई मायनों में महत्वपूर्ण रही। बोर्ड ने जहां हरनंदीपुरम के लिए भूमि अधिग्रहण पर मुहर लगाई, वहीं मोदीनगर के गांव सैदपुर हुसैनपुर डीलना में औद्योगिक टाऊन शिप सह लॉजिस्टिक पार्क के रूप में विकास करने के साथ ही मधुबन बापूधाम के संशोधित मानचित्र को स्वीकृत करने के प्रस्तावों पर मुहर लग गई। इसके साथ ही गरीब एवं मध्यम वर्ग के लोगों के लिए उत्सव भवन योजना पर भी मुहर लग गई।

मंगलवार को मंडलायुक्त डा. हृषिकेश भास्कर यशोद जो जीडीए बोर्ड के अध्यक्ष भी है की अध्यक्षता में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की बोर्ड बैठक मंडलायुक्त कार्यालय मेरठ के सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में प्राधिकरण उपाध्यक्ष अतुल वत्स, जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़, नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक, जिलाधिकारी हापुड़ के प्रतिनिधि एडीएम (एफआर), जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर के प्रतिनिधि एडीएम (एलए), नगर निगम गाजियाबाद के मुख्य अभियन्ता, उप्र जल निगम के प्रबंध निदेशक, प्रतिनिधि मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजक उप्र एवं चीफ कोआडीर्नेटर प्लानर एनसीआर सेल गाजियाबाद, यूपीएसआईडीए, आवास विकास परिषद के प्रतिनिधि, प्राधिकरण बोर्ड सदस्य पवन गोयल, डॉ केशव त्यागी, सचिव, वित्त नियंत्रक एवं प्रभारी सीएटीपी/ टीपी गाविप्रा आदि उपस्थित हुये। प्राधिकरण के कुल 16 प्रस्ताव प्राधिकरण बोर्ड के समक्ष रखे गये।

प्र्राधिकरण बोर्ड द्वारा मधुबन बापूधाम योजना का संशोधित तलपट मानचित्र स्वीकृत
मधुबन-बापूधाम योजना प्राधिकरण द्वारा वर्ष 2004 में लायी गयी थी, परन्तु भूमि जुटाव में आ रही समस्याएं जिसमें किसानों का परस्पर विरोध, न्यायालयों में भू-धारकों द्वारा दाखिल विभिन्न वादों आदि के कारण योजना का पूर्ण रूप से क्रियान्वयन नहीं किया जा सका। किसानों एवं भू स्वामियों द्वारा प्राधिकरण में जनसुनवाई के दौरान अपना पक्ष प्रस्तुत किया जाता रहा है एवं शान्तिपूर्ण ज्ञापन सौंपना/ प्रदर्शन समय-समय पर किया जाता है। इसके अतिरिक्त जनसुनवाई में ऐसे आवंटियों द्वारा, जिनके भूखंड शमशान की परिधि में आवंटित हो गये, अपने भूखण्डों को किसी अन्य स्थान पर परिवर्तित करने हेतु भी लगातार प्रार्थना पत्र दिये गये हैं।
जीडीए के वर्तमान उपाध्यक्ष अतुल वत्स द्वारा गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा पूर्व से चली आ रही इस समस्या का समाधान किये जाने हेतु विभिन्न मुद्दों को प्राथमिकता में शामिल करते हुए समाधान करने हेतु अथक प्रयास किये गये। जिसका नतीजा यह रहा कि दो सितंबर को मधुबन बापूधाम योजना का संशोधित तलपट मानचित्र माननीय प्राधिकरण बोर्ड द्वारा स्वीकृत किया गया।

मोदीनगर के ग्राम सैदपुर हुसैनपुर डीलना में ‘औद्योगिक टाउनशिप-सह-लॉजिस्टिक पार्क’ के रूप में विकसित करने के प्रस्ताव पर लगी बोर्ड की मुहर
जनपद गाजिÞयाबाद, प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा औद्योगिक नगर है। यह सन 1865 में रेल नेटवर्क से जुड़ा था तथा यहां आधुनिक उद्योग की स्थापना आजादी के तत्काल बाद प्रारम्भ हो गयी थी। वर्तमान में गाजिÞयाबाद इंजीनियरिंग उत्पाद, आॅटोमोबाईल पार्ट्स, मशीनरी, स्टील ट्यूब, फामार्सूटिकल, होम फिनिशिंग, प्लास्टिक फर्नीचर आदि उद्योगों का केन्द्र बन गया है। ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ में भी ‘अभियांत्रिकी सामग्री’ चिन्हित है। प्रभारी मंत्री की जनपद में की जाने वाली समीक्षा बैठकों व सांसद की अध्यक्षता में गठित दिशा की बैठक में भी गाजियाबाद में औद्योगिक भूखण्ड उपलब्ध न होने का विषय प्रमुखता से उठाया जाता रहा है।
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा लगभग 16-17 वर्ष पूर्व ‘मधुबन बापूधाम’ योजना के नाम से 559.00 हे0 (1384 एकड़) की एक आवासीय योजना लायी गयी थी। इसी योजना में लगभग 7.30 है० का नियोजन औद्योगिक पॉकेट (इंडस्ट्रीयल पॉकेट) के रूप में किया गया था। इस औद्योगिक पॉकेट में 82 भूखण्ड नियोजित किये गये थे तथा वर्तमान में समस्त भूखण्ड बिक चुके हैं। इसलिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र ग्राम सैदपुर हुसैनपुर डीलना, तहसील मोदीनगर की लगभग 251 हेक्टेयर भूमि पर औद्योगिक टाउन शिप-सह-लॉजिस्टिक पार्क की स्थापना तथा इस हेतु भूमि अधिग्रहण किये जाने का प्रस्ताव प्राधिकरण बोर्ड द्वारा स्वीकृत किया गया।

गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की आवासीय योजना ‘हरनन्दीपुरम’ के लिए भूमि अधिग्रहण के प्रस्ताव पर लगी बोर्ड की मुहर
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा लगभग 20 वर्ष पूर्व एक आवासीय योजना लाई गई थी। तब से लेकर प्राधिकरण द्वारा अन्य कोई नई योजना नहीं लाई गई। जबकि गत 20 वर्षों में शहर का तेजी से विकास हुआ है तथा इसी अनुपात में आवासीय व व्यवसायिक भूखण्डों की मांग में अप्रत्याशित वृद्धि हुई हैं। गाजियाबाद शहर की बढ़ती हुई जनसंख्या के अनुरूप आवासीय भूखंडों व जनसुविधाओं के साथ-साथ सरकार की अपेक्षाओं के अनुसार सस्ती दरों पर आवास उपलब्ध कराने के दृष्टिगत नई आवासीय योजना विकसित किये जाने की आवश्यकता थी जिसके अनुरूप उपाध्यक्ष गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा शहर की आवश्यकता व प्राधिकरण के दायित्वों को समझते हुए नई योजना ‘हरनन्दीपुरम’ का आह्वान किया गया। जनपद गाजियाबाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में स्थित होने के कारण जनमानस का आर्कषण गाजियाबाद की ओर अत्यधिक है।
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा प्रस्तावित नई योजना ‘हरनन्दीपुरम’ में सम्मिलित ग्राम मथुरापुर, नंगला फिरोज मोहनपुर, शमेशर, चम्पतनगर, भनेड़ा खुर्द, शाहपुर निज मोरटा, भोवापुर एवं मोरटा में आपसी सहमति से क्रय की जाने वाली भूमि में से जो भूमि ‘आपसी सहमति’ से क्रय किये जाने से अवशेष है, उस भूमि को भूमि अर्जन, पुनर्वासन और पुनर्व्यवस्थापन में उचित प्रतिकर और पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम, 2013 के अन्तर्गत अधिग्रहण किये जाने का प्रस्ताव माननीय प्राधिकरण बोर्ड द्वारा स्वीकृत किया गया।

जनसामान्य को सामुदायिक सुविधाओं उपलब्ध कराने हेतु ‘उत्सव भवन’ का निर्माण एवं संचालन का प्रस्ताव स्वीकृत
गाजियाबाद विकास प्राधिकारण द्वारा विकसित योजनाओं में जनसामान्य के सामाजिक एवं पारिवारिक कार्यक्रमों के आयोजन हेतु ‘सामुदायिक केन्द्र’ का नियोजन, निर्माण एवं संचालन किया जाता है। इनका संचालन एवं अनुरक्षण प्राधिकरण द्वारा स्वयं अथवा निजी अनुबन्धकतार्ओं से अनुबंध के आधार पर कराया जाता है। इसी वर्ष 26 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा जनपद गाजियाबाद के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को जनसामान्य के सामाजिक एवं पारिवारिक, मांगलिक व अन्य कार्यक्रमों के उचित दर पर सुगम आयोजन हेतु आधुनिक सुविधाओं से युक्त सामुदायिक केन्द्र ‘उत्सव भवन’ का निर्माण एवं संचालन कराये जाने के निर्देश दिये गये थे। उपाध्यक्ष महोदय के प्रयासों से गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की योजनाओं में जनसामान्य हेतु ‘उत्सव भवन’ (ModerN Convention Center) का निर्माण एवं संचालन कराये जाने का प्रस्ताव माननीय प्राधिकरण बोर्ड द्वारा स्वीकृत किया गया।

इसके साथ ही सुन्दरदीप एजुकेशनल सोसाइटी, ग्राम डासना, तहसील व जनपद-गाजियाबाद के कुल क्षेत्रफल 8. 9313हे0 भूमि को ‘कृषि’ भू-उपयोग से ‘संस्थागत’ भू-उपयोग में परिवर्तन किये जाने का प्रस्ताव प्राधिकरण बोर्ड द्वारा स्वीकृत किया गया।
गाजियाबाद, लोनी एवं मोदीनगर महायोजना-2031 के विकास क्षेत्र के अन्तर्गत Urban Land use (कृषि भू-उपयोग को छोड़कर) का जोनल डेवलपमेंट प्लान व मोदीनगर क्लस्टर में शेष क्षेत्र (अर्थात कृषि भू-उपयोग) का Road Circulation Plan तैयार किये जाने के कार्य हेतु पृथक-पृथक कंसलटेंट्स का चयन किये जाने का प्रस्ताव माननीय प्राधिकरण बोर्ड द्वारा स्वीकृत किया गया।


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