- हरित शवदाह गृह का कार्य हुआ पूर्ण, सितंबर माह में होगी शुरूआत
- लकड़ियों की खपत होगी कम, गैस तथा गाय के गोबर से बनी हुई लकड़ियो का बढ़ेगा इस्तेमाल, पर्यावरण को मिलेगा लाभ: नगर आयुक्त

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। नगर निगम द्वारा हिंडन नदी के समीप स्थित श्मशान घाट को व्यवस्थित करने तथा सौंदर्यकरण करने का कार्य तेजी से चल रहा है। जिसके अंतर्गत आधुनिक शवदाह गृह का कार्य भी लगभग 80% पूर्ण हो चुका है सितंबर माह में निगम द्वारा शुरूआत की जाएगी। कम धुआं देने वाले आधुनिक दाह संस्कार संयंत्र स्थापित हो चुके है, दो संयंत्र गैस के तथा एक संयंत्र लकड़ी वाला लगाया गया है जिसमें विशेष रूप से गोबर की बनी हुई लकड़ी का इस्तेमाल किया जाएगा।

नगर आयुक्त ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण के तहत नगर निगम लगातार कार्य कर रहा है शमशान घाट पर 40 से अधिक प्लेटफॉर्म बने हुए हैं जिनमें एक बार में 400 से 500 किलो लकड़ियों के माध्यम से अंतिम संस्कार की कार्यवाही की जाती है। जिसमें कुछ सुधार करते हुए गाजियाबाद नगर निगम तीन आधुनिक तकनीकी के दाह संस्कार संयंत्र लगाए गए हैं जिनके माध्यम से हिंदू धर्म की सभी क्रियाएं भी पूर्ण रूप से हो सकेंगे।
मुख्य अभियंता निर्माण नरेंद्र कुमार चौधरी द्वारा बताया गया कि शमशान घाट पर अन्य प्लेटफार्म की भी मरम्मत का कार्य भी लगातार जारी रहता है प्रकाश, उद्यान, जलकल व स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी हिंडन नदी शमशान घाट पर नियमित कार्य किया जाता है, निर्माण विभाग द्वारा हिंडन शमशान घाट पर एंट्री गेट तथा कार्यालय भी बनाया गया है। हिंडन शमशान घाट पर शंकर भगवान की भव्य प्रतिमा भी लगाई गई है जिनकी जटा से निकलने वाले जल से शव का अंतिम स्नान भी किया जा सकेगा।
