अथाह ब्यूरो
लखनऊ। विधानसभा के मानसून सत्र में विधान परिषद सदस्य दिनेश कुमार गोयल और विजय बहादुर पाठक ने प्रदेश के जर्जर माध्यमिक विद्यालयों के कायाकल्प और आवारा कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने की मांग जोर-शोर से उठाई।
दिनेश कुमार गोयल ने कहा कि विद्यालय छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की आधारशिला होते हैं। यदि ये भवन जर्जर और असुरक्षित हैं तो मजबूत भविष्य की इमारत खड़ी करना असंभव है। जर्जर इमारतों में पढ़ाई करना छात्रों और राष्ट्र—दोनों के भविष्य के साथ मजाक है। उन्होंने सुझाव दिया कि परिषदीय विद्यालयों की तरह आॅपरेशन कायाकल्प के तर्ज पर माध्यमिक विद्यालयों का भी आधुनिकीकरण किया जाए, ताकि इन भवनों को ध्वस्त कर नए और सुरक्षित रूप में तैयार किया जा सके।
सत्र में आवारा कुत्तों की समस्या भी प्रमुख रही। गोयल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ रहा है। इनके हमलों से बच्चों और बुजुर्गों में डर का माहौल है, लोग घर से निकलने में भय महसूस कर रहे हैं। नगर निगम, नगर पालिका और स्वास्थ्य विभाग इस समस्या से निपटने में नाकाम साबित हो रहे हैं। रिहायशी सोसाइटीज तक आवारा कुत्तों के ठिकाने बन चुकी हैं, जिससे लोग खौफ में हैं। उन्होंने मांग की कि इस पर तत्काल प्रभावी और ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि जनता के जीवन और सुरक्षा को खतरे से बचाया जा सके।
