नवंबर अलर्ट: दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ने से चौकन्ना हुआ गाजियाबाद
जनपद में आधे मामले शहर के केवल छह क्षेत्रों से, चार क्षेत्र दिल्ली से संपर्क वाले
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। नवंबर अलर्ट: जिला प्रशासन, स्थानीय जन प्रतिनिधियों पार्षदों और सभासदों के साथ बैठकें करके कोविड-19 से निपटने के लिए योजना बनाकर उस पर काम करेगा। दिल्ली में मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में गाजियाबाद को सतर्क होना जरूरी है। कार्य योजना तैयार कर टेस्टिंग, संपर्क ट्रेसिंग, निगरानी और जागरूकता पर जोर दिया जाएगा।
यह बातें जिलाधिकारी डा. अजय शंकर पांडेय ने त्यौहारी सीजन और दिल्ली में लगातार बढ़ रहे मामलों पर गाजियाबाद प्रशासन की तैयारी के सवाल पर कहीं। उन्होंने बताया कि खोड़ा, वैशाली और लोनी जैसे क्षेत्र जो दिल्ली से बिल्कुल सटे हुए हैं, उनमें सेक्टर व्यवस्था लागू की गई थी और उसके परिणाम भी अच्छे रहे थे। मामले बढ़ने पर अलग-अलग क्षेत्रों में सेक्टर व्यवस्था लागू करने पर भी विचार किया जाएगा।
सर्विलांस में लगी टीमों को सक्रिय किया गया है। इसके साथ ही व्यापारियों और औद्योगिक क्षेत्र में काम कर रही संस्थाओं को कोविड-19 के प्रति लगातार जागरूकता अभियान चलाने के लिए कहा गया है। खासकर त्यौहारी सीजन में जागरूकता का बड़ा योगदान हो सकता है। दरअसल त्यौहारों के मौके पर लोग बाजार जाते हैं और साथ ही मिलने के लिए एक-दूसरे के घर भी जाते हैं। ऐसे में अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।
पब्लिक एड्रेस सिस्टम के जरिए बाजारों में मॉस्क लगाने और शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए लगातार एनाउंसमेंट के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए व्यापारिक और औद्योगिक संगठनों का सहयोग मांगा गया है और साथ ही सभी सरकारी वाहनों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक गाजियाबाद में मार्च से अक्टूबर तक छह क्षेत्रों इंदिरापुरम, वैशाली, वसुंधरा, राज नगर, कवि नगर और साहिबाबाद (जिसमें राज बाग, शालीमार गार्डन, राजेंद्र नगर और लाजपत नगर जैसे इलाके शामिल हैं) से ही कोविड-19 के 49 फीसदी से अधिक मामले सामने आए हैं।
केवल अक्टूबर माह की बात करें तो इन छह क्षेत्रों की संक्रमण में हिस्सेदारी काफी ज्यादा है। आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर माह में इन छह क्षेत्रों से 57.81 फीसदी मामले आए। किसी एक क्षेत्र की बात करें तो आठ माह के दौरान इंदिरापुरम से सबसे ज्यादा 2123 मामले आए। कविनगर और राजनगर को छोड़कर बाकी चारों क्षेत्र हैं जहां से अधिकतर लोग काम के सिलसिले में रोजाना दिल्ली आते और जाते हैं।
इसलिए दिल्ली में मामले बढ़ने से गाजियाबाद का सतर्क होना जरूरी है। डीएम ने कहा कि इसी बात के मद्देनजर नवंबर अलर्ट की कार्ययोजना तैयार की गई है और लगातार उसे व्यवहार में लाने का प्रयास किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जिले में 31 अक्टूबर तक लगभग 18,713 कोविड-19 के मामले थे और इनमें से 1,000 मामले इन्हीं छह क्षेत्रों से ही ताल्लुक रखने वाले थे। इन क्षेत्रों में ज्यादा मामले सामने आने का एक आधार आबादी भी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनके गुप्ता ने कहा कि हम इन क्षेत्रों में लगभग 70-75 फीसदी परीक्षण भी कर रहे हैं। इसलिए, समय के साथ पॉजिटिव मामलों की संख्या भी अधिक है। हमारी निगरानी और संपर्क ट्रेसिंग गतिविधियाँ नियमित रूप से इन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने के साथ चल रही हैं।
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