पार्षदों तथा निगम अधिकारियों के लिए जनहित सर्वोपरि- नगर आयुक्त

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। बीते तीन दिन से निगम मुख्यालय पर जारी पार्षदों का अनिश्चितकालीन धरना रविवार को नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के हस्तक्षेप के बाद स्थगित कर दिया गया। नगरायुक्त रविवार सुबह नगर निगम मुख्यालय पहुंचे और बैठे हुए पार्षदों के साथ नाश्ता किया और वार्ता की जिसमें आपसी सहमति से जनहित में हल निकालते हुए निर्णय लिया गया।

वर्तमान में चल रही कावड़ यात्रा में किसी प्रकार की कोई कमी ना हो पाए तथा गाजियाबाद नगर निगम अधिकारी व पार्षद एकजुट होकर कावड़ महोत्सव को सफल बनाएंगे तथा 30 जून को हुई सदन की बैठक का कार्यवृत तैयार कर 25 जुलाई 2025 को महापौर को उपलब्ध करा दिया जाएगा। इस निर्णय पर पार्षदों ने सहमति जताई तथा नगर आयुक्त के कार्यालय में बैठकर सौहार्दपूर्ण माहौल के साथ चर्चा के बाद धरना समाप्त कर दिया गया तथा पार्षदों को अपर नगर आयुक्त सदन सचिव जंग बहादुर यादव तथा मुख्य कर निर्धारण अधिकारी सदन सह सचिव द्वारा लिखित में दिया गया।

पार्षद गौरव सोलंकी द्वारा बताया गया कि नगर आयुक्त से तीनों बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई जिस पर आपसी सहमति जताते हुए जनहित में निर्णय लिया गया है। जिसमें संपत्ति के जारी हो रहे ऑनलाइन बिलों पर भी अग्रिम आदेशों तक रोक लगाने, इसके अलावा प्राप्त होने वाली 20% छूट को 30 सितंबर तक बढ़ाया जाए जिसका प्रस्ताव माननीय सदन में अनुमोदन हेतु रखा जाएगा।
सभी पार्षदों ने नगर आयुक्त को धन्यवाद किया, मौके पर पार्षद नीरज गोयल, हिमांशु शर्मा, गौरव सोलंकी, कुसुम मनोज गोयल, राजकुमार भाटी, पूनम सिंह, पवित्र देवी, प्रतिभा शर्मा, रुखसाना सैफी, देवनारायण शर्मा, प्रवीण कुमार मुलायम, कन्हैया लाल, मुन्नी देवी थान सिंह, शशि पवन गौतम, संतोष राणा, ओमप्रकाश, वीर सिंह, जगत सिंह, डॉ अनिल, सुधीर कुमार, पवन कुमार गौतम, नरेश भाटी, भूपेंद्र उपाध्याय उपस्थित रहे, नगर आयुक्त द्वारा लिए गए जनहित के निर्णय पर प्रशंसा जाहिर की।
