Dainik Athah

सिटी फारेस्ट (लंग्स आॅफ गाजियाबाद) में आने वाले दिनों में देखने को मिलेगा विदेशो जैसा नजारा

  • निजी एजेंसी ने गाजियाबाद विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष अतुल वत्स के समक्ष किया प्रस्तुतिकरण
  • पक्षियों की चहचहाट के बीच ध्यान और योग की भी उपलब्ध होगी सुुविधा
  • ओपन थिएटर को भी दिया जाएगा नया लुक, लेजर शो का भी देखने को मिलेगा नजारा

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद।
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के द्वारा एक बडे़ एरिया में कभी विकसित किए गए सिटी फारेस्ट को नए लुक में विकसित करने की दिशा में प्राधिकरण उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने तेजी से काम शुरू कर दिया है। सिटी फॉरेस्ट में न केवल हर तरफ हरियाली नजर आयेगी, बल्कि विदेशों और पहाड़ी क्षेत्र की भांति रंग बिरंगी प्राकृतिक रौशनी के बीच नजारे करीब से देखने को मिलेंगे। इतना ही नहीं ऐसी भी व्यवस्था होगी जहां एकदम शांत वातावरण में ध्यान और योग की सुविधा का भी लाभ उठाया जा सकें। इसके साथ साथ पछियों की चहचहाट भी करीब से सुनने को मिले।
प्राधिकरण उपाध्यक्ष अतुल वत्स की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान एक निजी एजेंसी के द्वारा प्रस्तुतिकरण दिया गया। बैठक के दौरान जोर दिया गया कि मौजूदा वक्त में जिस तरीके से एनसीआर में दम घोंटू वायु प्रदूषण की समस्या पैदा हुई है उसके बीच में लोगों को एक नया जीवन उपलब्ध हो। ऐसी विशिष्ट विशेषताओं का निर्माण करना है जो कि एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करें। शहरी क्षेत्र में मौजूद हरित आवरण को संरक्षित करना और उसे सुदृढ़ बनाना है। अधिक इंटरैक्टिव और मनोरंजक स्थानों के लिए प्राकृतिक सुविधाएं उपलब्ध करायी जाए।

इस बात पर बल दिया गया कि सिटी फारेस्ट को इस रूप में विकसित किया जाए ताकि आने वाले वक्त में न केवल गाजियाबाद बल्कि एनसीआर के लोग आकर लुत्फ उठा सकें, साथ ही आने वाले समय में नई पीढी भी प्रकृति को करीब से जान सकें। यू तो मौजूदा समय में भी सिटी फारेस्ट में नौकायन की भी सुविधा उपलब्ध है, इसके साथ साथ हिंडन रिवर के निकट होने के मददेनजर अधिक आकर्षक रूप दिया जाएगा। बच्चों के खेलने के लिए झूले तथा साइकिल आदि ट्रेक का भी लुत्फ उठा सकें। इसके साथ साथ सिटी फारेस्ट के एक हिस्से में ओपन थिएटर का भी निर्माण किया जाएगा,ताकि आने वाले वक्त में इसमें समय समय पर शो के बीच कार्यक्रमों का आयोजन किया जा सकें। ओपन थिएटर का उददेश्य सामुदयिक कार्यक्रमों और आयोजनो के लिए मंच प्रदान करना है। जोर दिया गया कि कार्यात्मक,सौंदर्य और प्रकृति से गहरे जुडाव को जोडते हुए क्षेत्र की जैव विविधता को सुदृढ करें।

इन तमाम कदमों के बीच प्रयास ये होगा कि दूर तक भी जीव जन्तुओं को किसी तरह का नुकसान न हो। ये तमाम कदम हाल में बाढ से प्रभावित हुए सिटी फारेस्ट में हर तरफ हरियाली को बढावा दिया जाएगा,और पौधारोपण किया जायेगा, लैंडस्केप वर्ल्ड क्लास का विकसित किया जायेगा जो कि सतत विकास को ध्यान मे रखते हुए किया जायेगा।


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