हर घर तक पहुंचेगा विकास: जीडीए उपाध्यक्ष की पहल

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स के नेतृत्व व अथक प्रयासों से हाल के महीनों में शहर के विकास को उल्लेखनीय गति मिली है। इन पहलों में शहरी बुनियादी ढांचे में सुधार, कनेक्टिविटी बढ़ाना, डिजिटल परिवर्तन लाना, और शहरी हरियाली के साथ लोगो को घूमने फिरने के लिए सांस्कृतिक पार्को को बढ़ावा देना शामिल है, जो गाजियाबाद को एक आधुनिक और सुव्यवस्थित शहर बनाने की दिशा में जीडीए के प्रयास को दर्शाता है।शहर के विकास और हरियाली के लिए महत्वपूर्ण परियोजनाएं और निर्णय: हरनंदीपुरम योजना का अनावरण: शहर की बढ़ती हुई जनसंख्या और उनके विकास को देखते हुए 20 साल बाद GDA द्वारा नई और महत्वपूर्ण हरनंदीपुरम योजना धरातल पर उतरने को तैयार है जिसमे हाल ही मे पहला बैनामा कर भूमि क्रय करने की शुरुआत की गयी है, जो शहर के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। GDA द्वारा लगभग 2500 करोड़ रुपये से पहले चरण मे योजना के पांच गाँव की जमीन खरीदने की कवायद तेज कर दी गयी है।

2-‘ वेस्ट-टू-वंडर’ और थीम पार्क बनाने की योजना के चलते 3 नए आधुनिक पार्कों का निर्माण: ग्रीनवुड पार्क और संस्कृति दर्शन पार्क, रामायण थीम पार्क निर्माण कार्य होने जा रहा है, जो शहर में नए हरित स्थान प्रदान करेगा, जहाँ लोग टहल सकेंगे, मनोरंजन कर सकेंगे, बच्चो के लिए नये नये खेल, सांस्कृतिक दर्शन आदि से रूबरू होने के अवसर मिलेंगे।
3-सिटी फॉरेस्ट का पुनर्विकास सिटी फॉरेस्ट का आधुनिक तरीके से पुनर्विकास उद्यान की टीम द्वारा किया जा रहा हैं, जिससे यह शहरवासियों के लिए एक “One stop destination”बनेगा l
4- शहरी हरियाली: शहरी हरियाली को बढ़ावा देने के लिए प्राधिकरण टीम द्वारा वृक्षारोपण तथा इंदिरापुरम विस्तार योजना में स्थित शमशान घाट के पीछे पार्क का उद्यानिक विकास भी जोरों से किया जा रहा है।
सुगम आवागमन, बेहतर कनेक्टिविटी एवं यातायात को बढ़ावा :
1-टोटल स्टेशन सर्वे के माध्यम से सुचारु आवागमन सुनिश्चित किये जाने हेतु सड़क निर्माण हेतु प्रयास तेज किये गए हैं।
2- हम तुम रोड , चार्मस् कैसल व नूरनगर मे प्रस्तावित ज़ोनल रोड्स के निर्माण से शहर की कनेक्टिविटी में होगा सुधार तथा जाम की समस्या से मिलेगी निजात।
3- एलिवेटेड रोड पर नई काँनेक्विटी व विस्तार : यातायात समस्या के समाधान के लिए एलिवेटेड रोड के काँनेक्विटी विस्तार पर मंथन किया गया, जिसमें दिल्ली से वसुंधरा और इंदिरापुरम की तरफ एलिवेटेड रोड से जुड़ने की संभावनाओं तथा सिद्धार्थ विहार से जुड़ने की फिजिबिलिटी भी शामिल है। तुलसी निकेतन का सर्वे और पुनर्विकास: तुलसी निकेतन का सर्वे किया गया है और इसके पुनर्विकास के लिए जनप्रतिनिधियों के माध्यम से निवासियों के साथ जनसंवाद स्थापित किया गया है जिसके बाद GDA द्वारा निर्मित 288 एलआईजी और 2004 ईडब्ल्यूएस भवनों का नियोजन PPP मॉडल पर किया जा रहा है।
धरातल पर योजनाएं :
1- PMAY योजना नूरनगर, प्रताप विहार, निवाडी मोदीनगर, डासना, मधुबन बापूधाम व निजी विकासकर्ता द्वारा निर्मित आदि EWS योजनाएं अंतिम चरण मे।
2- मधुबन बापूधाम में बुनकर मार्ट एक्सपो एवं कन्वेंशन सेंटर का निर्माण कार्य किया जा रहा हैं l इस परियोजना में 02 कन्वेंशन हॉल, 06 कांफ्रेंस रूम, 03 एक्सपो हॉल, 01 ओपन थिएटर, 02 फूड कोर्ट एवं दुकानों का निर्माण कार्य भी प्रगतिमान हैं l जिसकी लागत लगभग 152.56 करोड़ हैं l
पारदर्शिता और त्वरित समाधान के लिए डिजिटल प्रयास:
1- पब्लिक एक्सेस फॉर हॉउसिंग् एंड प्रोपर्टी अलोटमेंट लॉगिन (PAHAL portal):* पारदर्शिता और त्वरित समाधान के लिए पहल पोर्टल लागू किया गया है, जो संपत्ति से जुड़ी समस्त कार्य ,जानकारी और स्वचालित भुगतान सुविधाएँ प्रदान करेगा।
2- कोर्ट केसेस हेतु मॉनिटरिंग पोर्टल : लंबित न्यायिक मामलों की स्थिति की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए मॉनिटरिंग पोर्टल बनाया गया है।
जी0डी0ए0 की मधुबन बापूधाम योजना में बिजली आपूर्ति/निमार्ण कार्य में अवरोध बनी हाई टेंशन लाईन को शिफट कर सुरक्षा/विकास कार्याे में सुधार: उपाध्यक्ष महोदय की निर्देशों पर तत्काल 33 kv हाई टेंशन वायर को शिफ्ट कर PVVNL को हस्तांतरित किए गया, जिससे ना केवल बिजली आपूर्ति हुई बल्कि निर्माण कार्य भी अवरोध मुक्त हुए l
नियमित समीक्षा तंत्र: इसके अतिरिक्त GDA शहर के विकास कार्यों की एक सूची तैयार कर अब हर महीने उनकी नियमित रूप से समीक्षा कर रहा है, जिससे परियोजनाओं का समय पर क्रियान्वयन सुनिश्चित होगा। ये सभी कार्य गाजियाबाद को एक आधुनिक, सुव्यवस्थित और रहने योग्य शहर बनाने की GDA की कार्य प्रणाली व बेहतर नेतृत्व को दर्शाती हैं। GDA शहर के चहुंमुखी विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है।