सुपरवाइजर को निलंबित करने के बाद अब अवर अभियंता को किया कार्यालय से संबद्ध
दोनों के खिलाफ विभागीय जांच के लिए शासन को भेजा जायेगा पत्र
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण क्षेत्र के प्रवर्तन खंडों में प्राधिकरण उपाध्यक्ष की सख्ती के बावजूद अभियंताओं के भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने भ्रष्टाचार के मामले में प्रवर्तन खंड दो में सुपरवाइजर को निलंबित करने के बाद अब अवर अभियंता को प्राधिकरण कार्यालय से संबद्ध कर दिया है। इसके साथ ही दोनों के खिलाफ विभागीय जांच के लिए शासन को पत्र भेजा गया है।
बता दें कि सोमवार को विजिलेंस टीम ने दो लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए जीडीए के सुपरवाइजर राजकुमार को गिरफ्तार किया था। प्रवर्तन जोन दो मे तैनात वर्क सुपरवाइजर राजकुमार द्वारा अपने कार्यक्षेत्र मुरादनगर मे स्थल निरीक्षण के समय रिश्वत लेते हुए विजिलेंस टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया था। राजकुमार द्वारा निर्माणकर्ता महावीर यादव एडवोकेट से दो लाख रुपये की रिश्वत ले रहा था। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स का मानना है कि राजकुमार सुपरवाईजर द्वारा उत्तर प्रदेश सरकारी आचरण नियमावली के विपरीत अपने दायित्वों के प्रति उदासीनता व लापरवाही बरती गयी, जिससे प्राधिकरण की छवि धूमिल हुई है। इस मामले में राजकुमार को निलंबित कर दिया गया था व जांच अधिकारी नामित कर उक्त के विरुद्ध अनुशासनिक कार्यवाही व तथ्यों की जांच हेतु निर्देशित किया गया था। यह भी निर्देश दिये गये थे कि जाँच में दोषी पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कठोरतम कार्यवाही प्रस्तावित की जाए ।
इस मामले में संबंधित अवर अभियंता (जेई) अजीत कुमार के विरुद्ध एफआईआर दर्ज होने पर जीडीए उपाध्यक्ष ने अजीत कुमार को तत्काल प्रभाव से प्रवर्तन जोन दो के मुरादनगर क्षेत्र के दायित्व से मुक्त करते हुए प्राधिकरण कार्यालय से संबद्ध करने के साथ ही विभागीय जांच हेतु शासन को पत्र प्रेषित किया जा रहा है।

प्रवर्तन खंड दो में चल रही है जीडीए के अभियंताओं की मनमानी
प्रवर्तन खंड दो में अवैध निर्माण के नाम पर जीडीए के अभियंताओं की मनमानी चल रही है। हालात यह है कि जहां कोई अपने मकान या दुकान में मरम्मत भी करवाता है वहां पर ये सुविधा शुल्क लेने पहुंच जाते हैं, जबकि कोई इनकी मांग पूरी कर दे तो चाहे कितना ही बड़ा अवैध निर्माण तैयार कर सकता है। ऐसा ही एक मामला है मुरादनगर में ठीक हाइवे के किनारे पर एक चार मंजिला बिल्डिंग तैयार हो गई, लेकिन उसकी तरफ देखने वाला कोई नहीं।