- मुरादनगर क्षेत्र के विकास में आयेगी तेजी
- बहादुर पुर गांव में चकबंदी रोकने की उठाई मांग
- मुरादनगर के मोरटी में बंजर भूमि को शमशान घाट के लिए सौंपा प्रस्ताव
- मुख्यमंत्री त्वरित योजना, डूडा से सड़कों के निर्माण- चौड़ीकरण के लिए सौंपे दस करोड़ से ज्यादा के प्रस्ताव

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। मुरादनगर से भाजपा विधायक अजीत पाल त्यागी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर उन्हें मुरादनगर विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों के करीब दस करोड़ रुपये से ज्यादा के प्रस्ताव सौंपे। इसके साथ ही उन्होंने बहादुर पुर गांव में चकबंदी प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से रोकने की मांग की।
अजीत पाल त्यागी मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके कालीदास मार्ग स्थित आवास पर मिले। इस दौरान उन्होंने मुरादनगर के गांव बहादुर पुर में चकबंदी की प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से रोकने की मांग की। मुख्यमंत्री के पूछने पर उन्होंने बताया कि जिन प्रभावशाली लोगों ने सड़क से दूर जमीन खरीदी हुई है वे लोग चकबंदी अधिकारियों से मिलकर अपनी जमीनों को सड़क के किनारे लाना चाहते हैं, जबकि गरीब लोगों को पीछे धकेलना चाहते हैं। इस स्थिति में गरीब एवं मध्यम वर्ग के लोगों को भारी नुकसान होने जा रहा है। उन्होंने चकबंदी की हकीकत से भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
इसके साथ ही अजीत पाल त्यागी ने मुख्यमंत्री से मांग की कि गांव मोरटी में शमशान घाट के लिए वहीं पर स्थिति बंजर भूमि का हस्तांतरण किया जाये। गांव के लोगों को गांव से दूर शमशान घाट जाना पड़ता है।
मुरादनगर विधायक ने इसके साथ ही अपने विधानसभा क्षेत्र में सड़कों के चौड़ीकरण, नयी सड़क बनाने समेत विकास कार्यों के करीब दस करोड़ रुपये से ज्यादा के प्रस्ताव मुख्यमंत्री त्वरित योजना, डूडा समेत अन्य योजनाओं के लिए रखे। उन्होंने कहा कि मुरादनगर क्षेत्र में नयी सड़कों के निर्माण एवं सड़कों के चौड़ीकरण की बहुत आवश्यकता है। इस पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि वे सभी प्रस्तावों पर विचार करने के साथ ही मुरादनगर विधानसभा क्षेत्र के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देंगे।
विकास प्रस्तावों से अलग किन मुद्दों पर हुआ विचार!
सूत्रों के अनुसार मुरादनगर से भाजपा विधायक अजीत पाल त्यागी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लंबी बातचीत की। विकास प्रस्तावों से अलग किन किन मुद्दों पर दोनों के बीच वार्ता हुई इसको लेकर विधायक चुप्पी साध गये। लेकिन सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री ने उनसे जिले के पुलिस- प्रशासन को लेकर भी फीड बैक लिया है।