- पूर्व महानगर अध्यक्ष अशोक मोंगा के कार्यकाल की वक्ताओं ने की जमकर सराहना
- देश में कोई उदाहरण नहीं जिसकी कमेटी के सभी महामंत्री अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचे: अशोक मोंगा
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। भारतीय जनता पार्टी गाजियाबाद महानगर में बुधवार को उस समय इतिहास लिखा गया जब भाजपा के दो बार महानगर अध्यक्ष रहे अशोक मोंगा की टीम के चौथे महामंत्री के रूप में मयंक गोयल ने गाजियाबाद महानगर अध्यक्ष का कार्यभार ग्रहण किया। इस मौके पर वक्ताओं ने अशोक मोंगा के कार्यकाल की जमकर सराहना की।
अशोक मोंगा गाजियाबाद महानगर के दो बार अध्यक्ष रहे हैं। इसके साथ ही वे दो बार ही भाजपा के क्षेत्रीय महामंत्री भी रहे। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री की जनसभाओं के प्रबंधन का कार्यभार भी सफलता पूर्वक किया। इसके साथ ही राजस्थान, पश्चिमी बंगाल, उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, पंजाब समेत अनेक राज्यों में चुनावों के दौरान उन्होंने एक से दो माह तक डटकर चुनाव प्रबंधन का काम किया। उनकी कमेटी में अजय शर्मा, मानसिंह गोस्वामी, संजीव शर्मा और अब मयंक गोयल ने क्रमश: महानगर अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली।
बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में अनेक वक्ताओं ने अशोक मोंगा की कार्यप्रणाली, संगठन क्षमता की जमकर सराहना की। इसके साथ ही उनकी टीम के चार- चार महामंत्रियों के महानगर अध्यक्ष बनने एवं संजीव शर्मा के महानगर अध्यक्ष के बाद विधायक बनने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि ऐसा उदाहरण कहीं नहीं मिलता। मोंगा ने सभी को संगठन कार्यों में पारंगत तो किया ही साथ ही बताया कि संगठन कैसे चलता है। कई वक्ताओं ने कहा अशोक मोंगा ऐसे समय पर महानगर अध्यक्ष थे जब सपा और बसपा की सरकार थी, लेकिन उस समय उन्होंने संगठन को मजबूती देने के साथ ही यह भी सिखाया कि विपरीत परिस्थितियों में संघर्ष कैसे किया जाता है। उन्होंने कहा कि चारों महामंत्रियों के अध्यक्ष बनने तक के सफर में मोंगा के प्रशिक्षण का बड़ा योगदान है।
देश में ऐसा कोई उदाहरण नहीं जिसकी टीम के चार महामंत्री लगातार अध्यक्ष बने हों: अशोक मोंगा
कार्यक्रम में बोलने के लिए खड़े हुए अशोक मोंगा ने कहा देश में ऐसा कोई उदाहरण नहीं कि एक अध्यक्ष की कमेटी के चार चार महामंत्री अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचे हो, इनमें से एक अध्यक्ष के बाद विधायक भी बन गये। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि चारों महामंत्री यहां तक पहुंंचे तो इसमें उनकी भी मेहनत और संगठन क्षमता है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि उनके चारों महामंत्री महानगर अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचे। इसके साथ ही उन्होंने कहा अब महामंत्री से अध्यक्ष तक पहुंचने वालों की क्षमता हो कि उनके महामंत्री भी अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचे।