Dainik Athah

जिलों की सूची घोषित होने के बाद प्रदेश भाजपा संगठन में ‘बड़े बदलाव के संकेत’, ‘विधायकों की जगी उम्मीदें’

  • प्रदेश के साथ ही क्षेत्रीय संगठनों में भी होगा बदलाव
  • दिल्ली में सरकार गठन के बाद होगा बदलाव, तय होंगे समीकरण

अथाह ब्यूरो
लखनऊ।
भारतीय जनता पार्टी में जिला और महानगर अध्यक्षों की घोषणा होने के बाद प्रदेश भाजपा संगठन में बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। प्रदेश के वर्तमान पदाधिकारियों में अनेक के पर कतरे जा सकते हैं। भाजपा संगठन में बदलाव के माध्यम से सपा के पीडीए को भी ध्वस्त करना चाहती है और पिछड़ा वर्ग को संदेश देना चाहती है।
बता दें कि भाजपा के जिला और महानगर अध्यक्षों की सूची तैयार है, इंतजार है तो बस घोषणा का। भाजपा सूत्रों के अनुसार इस बार जिला और महानगर अध्यक्षों के नाम भी र्चौकाने वाले हो सकते हैं। अध्यक्षों की सूची में युवा कार्यकर्ताओं के साथ ही जातीय समीकरणों का तानाबाना भी बुना जा चुका है। इसमें पिछड़ा और अति पिछड़ा के साथ ही दलित समाज के लोगों को अच्छी खासी संख्या में प्रतिनिधित्व दिया जा सकता है। इतना ही नहीं महिला कार्यकर्ताओं को भी अनेक जिलों में जिला और महानगर अध्यक्ष पद मिल सकते हैं। इसके माध्यम से भाजपा संकेत देगी कि महिलाओं को आगे बढ़ाने में भाजपा ही पहल कर रही है। यदि सूत्रों पर भरोसा करें तो अगले दो से तीन दिन में जिला और महानगर अध्यक्षों की घोषणा हो जायेगी।

भाजपा सूत्रों के अनुसार जिला और महानगर अध्यक्षों की घोषणा के बाद प्रदेश संगठन में भी भारी बदलाव देखने को मिल सकता है। बताते हैं कि प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों में भी बड़ा बदलाव देखा जा सकता है, इस चर्चा के बाद प्रदेश के वर्तमान पदाधिकारी भी इसको लेकर परेशान है कि आखिर उन्हें प्रदेश में स्थान मिलेगा या नहीं। वहीं, अब तक हाशिये पर चल रहे कार्यकर्ताओं की नयी कमेटी में मौज आ सकती है।

विधायकों की नजर भी प्रदेश संगठन पर लगी
जब प्रदेश संगठन में बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं ऐसे में भाजपा विधायकों की नजर भी संगठन पर लग गई है। जो विधायक अब तक जिला और महानगर अध्यक्षों के नामों पर नजर गड़ाये बैठे थे उनकी नजर अब प्रदेश संगठन पर लग गई है। सूत्रों की मानें तो उन विधायकों को संगठन में तरजीह दी जायेगी जिन्होंने पार्टी अर्थात संगठन के लिए समय निकाला है। इसके साथ ही जिन विधायकों ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में जी जान लगाकर हारी सीटों को जीताया है उनके ऊपर भी संगठन के राष्टÑीय नेतृत्व की नजर है। पार्टी नेतृत्व ऐसे विधायकों को कर्मठ एवं संगठन हितैषी मान रहा है। अब जबकि मंगलवार से विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है ऐसे में विधायक अपने लिए मौके की तलाश में जुट गये हैं।

क्षेत्रीय संगठनों में भी दिख सकता है बदलाव
जिला- महानगर के साथ ही जब प्रदेश संगठन में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं ऐसे में क्षेत्रीय संगठनों में भी बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। यदि ऐसा होता है तो एक प्रकार से पूरा संगठन ही नया नवेला नजर आयेगा।


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