- महाकुम्भ की आलोचना करने वालों को संतों ने दिया माकूल जवाब
- सतुआ बाबा महाराज बोले- जिन्होंने कभी सनातन का पालन नहीं किया और न ही सनातन का सम्मान किया वो अब इसका फायदा मत उठाएं
- अवधेशानंद गिरि बोले- दुनिया में डर और अशांति हो सकती है, लेकिन भारत में शांति और सुख है
अथाह संवाददाता
महाकुम्भ नगर। बसंत पंचमी के पावन अवसर पर त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान करने के साथ ही संत और महात्माओं ने महाकुम्भ की आलोचना करने वालों को माकूल जवाब भी दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की व्यवस्थाओं और श्रद्धालुओं को दी जा रही सुविधाओं की तारीफ करते हुए विपक्षी दलों को आईना भी दिखाया।
पंच निमोर्ही अनी अखाड़ा के जगतगुरु महामंडलेश्वर संतोष दास सत्तुआ बाबा महाराज ने कहा, “जो लोग साधु और महाकुम्भ के बारे में बातें कर रहे हैं, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि (सपा प्रमुख) अखिलेश यादव जी, आपने कभी सनातन का पालन नहीं किया और न ही सनातन का सम्मान किया। तो अब इसका फायदा मत उठाइए। हमने देखा है जब आपकी पार्टी सत्ता में थी, आपने सनातनियों पर गोलियां चलाई थीं। अपने फायदे के लिए अफवाहें मत फैलाइए। हम सनातनी हैं और हम आपके जैसे लोगों को जड़ से उखाड़ फेंकेंगे।
स्वामी अवधेशानंद गिरी ने कहा, “हम यहां भारत की एकता का गवाह बन रहे हैं। विभिन्न विचारों और धर्मों के लोग गंगा के किनारे एक साथ हैं। दुनिया में डर और अशांति हो सकती है, लेकिन भारत में शांति और सुख है। दुनिया युद्धों का सामना कर रही है, लेकिन भारत के पास ज्ञान है। हम अपने आध्यात्मिक मूल्यों, योग और आयुर्वेद के माध्यम से दुनिया का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं। दुनिया भारत की ओर समाधान के लिए देख रही है। मैं मुख्यमंत्री योगी जी का आभार व्यक्त करता हूं कि उनके प्रशासन ने उच्चतम स्तर की व्यवस्थाएं की हैं।
चिन्मयानंद बापू ने कहा, “आज का दिन बहुत ही शुभ है, सभी अखाड़े और महामंडलेश्वर संगम के लिए रवाना हो रहे हैं। बसंत पंचमी का पर्व विशेष रूप से विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण है, यदि वे संगम में पवित्र स्नान करते हैं तो उन्हें निश्चित ही सफलता मिलती है। मैं प्रशासन का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने इतनी अच्छी व्यवस्था की है। आज का माहौल सामान्य है।