- जल जीवन मिशन परियोजना में सोलर पावर के प्रयोग पर पीएम अवार्ड से किया जाएगा सम्मानित
- बहराइच में विकासपरक और जनहितकारी योजनाओं का लाभ देने में डीएम पीएम अवार्ड से की जाएंगी सम्मानित
- सीएम योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन और नेतृत्व में नित नये कीर्तिमान गढ़ रहा उत्तर प्रदेश
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने विकास, जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ देने एवं जल जीवन मिशन परियोजना में सोलर पावर के उत्कृष्ट उपयोग में बाजी मारी है। इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को प्रधानमंत्री पुरस्कार (पीएम अवार्ड) के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार दिल्ली में होने वाले कार्यक्रम में प्रदान किया जाएगा।
जल जीवन मिशन में सोलर पावर के प्रयोग पर पीएम अवार्ड से किया जाएगा सम्मानित
योगी सरकार ने जल जीवन मिशन के तहत सोलर ऊर्जा का उपयोग करते हुए न केवल पर्यावरण संरक्षण को प्रोत्साहन दिया है, बल्कि ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में पेयजल की समस्या का स्थायी समाधान किया। इस परियोजना के तहत सोलर पैनलों की स्थापना के माध्यम से न केवल ऊर्जा की बचत हो रही है, बल्कि पानी की आपूर्ति भी निर्बाध रूप से हो रही है। यह पहल जल संरक्षण और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत करती है। नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के अपर मुख्य सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि मिशन के तहत सौर ऊर्जा आधारित भूजल की 33,229 योजनाएं संचालित हैं। योगी सरकार द्वारा जल जीवन मिशन की 33,229 योजनाओं का संचालन होने से प्रदेश सरकार को योजना काल में लगभग एक लाख करोड़ रुपये की बचत होगी। मिशन की 33,229 योजनाओं को सौर ऊर्जा से संचालित करने के लिए लगभग 900 मेगावाट के सोलर पैनल लगाए गए हैं। केंद्र सरकार द्वारा इस इनोवेशन को बेस्ट प्रेक्टिसेज के रूप में चिह्नित किया गया है। सौर ऊर्जा आधारित योजनाओं के निर्माण से प्रतिवर्ष लगभग 13 लाख मीट्रिक टन कार्बन डाई आॅक्साइड (उड2)का उत्सर्जन कम होगा। वहीं अगले 30 वर्षों में 390 लाख कार्बन क्रेडिट आर्जित किया जा सकेगा। योगी सरकार के इस इनोवेशन को प्राइम मिनिस्टर अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, 2023 के लिए चुना गया है। यह पुरस्कार एसीएस अनुराग श्रीवास्तव को सोलर पावर के अभिनव प्रयोग पर प्रदान किया जाएगा। यह पुरस्कार इनोवेशन स्टेट कैटेगरी में प्रदान किया जाएगा।
बहराइच में विकासपरक योजनाओं को लागू करने को मिलेगा पीएम अवार्ड
वहीं बहराइच में विकासपरक और जनहितकारी योजनाओं को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए डीएम मोनिका रानी को प्रधानमंत्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान इस बात का प्रमाण है कि योगी सरकार की नीतियां जमीनी स्तर पर प्रभावी रूप से क्रियान्वित हो रही हैं। डीएम ने जनभागीदारी और नवाचार को प्राथमिकता देते हुए योजनाओं को इस तरह लागू किया कि इसका सीधा लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सके। बहराइच डीएम मोनिका रानी को प्राइम मिनिस्टर अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, 2023 के लिए चुना गया है। उन्हे यह पुरस्कार जिले के समग्र विकास की श्रेणी के तहत प्रदान किया जाएगा। उत्तर प्रदेश को दोनों ही राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार अप्रैल में दिल्ली में होने वाले कार्यक्रम में प्रदान किये जाएंगे।
राष्ट्रीय स्तर ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी और सशक्त हुई है प्रदेश की छवि
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश को विकास के नए आयामों पर पहुंचाने के लिए ठोस प्रयास किए हैं। उनका मानना है कि जब तक हर व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं पहुंचेगा, तब तक विकास का असली उद्देश्य पूरा नहीं हो सकता। उन्होंने पारदर्शिता, नवाचार और समर्पण के माध्यम से राज्य में सुशासन का आदर्श प्रस्तुत किया है। प्रधानमंत्री पुरस्कार केवल एक सम्मान नहीं, बल्कि योगी सरकार के अथक प्रयासों और मेहनत का प्रमाण है। इस पुरस्कार से उत्तर प्रदेश की छवि न केवल राष्ट्रीय स्तर पर, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी और सशक्त हुई है। यह उपलब्धि बताती है कि राज्य सही दिशा में आगे बढ़ रहा है और योगी सरकार का विजन प्रदेश को उन्नति की राह पर ले जा रहा है।