- भाजयुमो के मंडल अध्यक्ष को पुलिस ने गैंगेस्टर एक्ट में जेल भेजा
- भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप पुलिस ने गलत तथ्यों के आधार पर किया मंडल अध्यक्ष को गिरफ्तार
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। इंदिरापुरम पुलिस ने भाजयुमो के खोड़ा के मंडल अध्यक्ष को गैंगेस्टर एक्ट में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसके विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने थाने पर धरना देने के साथ ही प्रदर्शन किया। बाद में पुलिस कमिश्नर के आश्वासन के बाद धरना समाप्त किया। पुलिस कार्य प्रणाली को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में रोष है।
पुलिस के अनुसार इंदिरापुरम थाना पुलिस ने खोड़ा थाने से गैंगेस्टर एक्ट में वांछित अनुज कसाना को बुधवार की रात गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार कसाना ने अन्य लोगों के साथ मिलकर संगठित गिरोह बना रखा है तथा रंगदारी मांगता था। पुलिस के अनुसार अनुज कसाना के ऊपर तीन मुकदमे है। दूसरी तरफ भाजपा युवा मोर्चा के महानगर अध्यक्ष सचिन डेढ़ा ने बताया कि रात में उसे थाने बुलाया गया था और बाद में गिरफ्तार किया गया। पुलिस कार्रवाई के विरोध में युवा मोर्चा कार्यकर्ता थाने पर एकत्र हुए और पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। बाद में सचिन डेढ़ा के नेतृत्व में थाने के गेट पर ही धरना शुरू कर दिया। धरना कई घंटे तक चला।
सचिन डेढ़ा ने बताया कि सांसद अतुल गर्ग ने पुलिस कमिश्नर से समय लिया और एक प्रतिनिधि मंडल ने उनसे मुलाकात कर बताया कि खोड़ा थाना पुलिस और चौकी प्रभारी ने जानबूझकर कसाना को झूठे मामलों में फंसाया है। इसके साथ ही बताया गया कि अनुज कसाना के ऊपर एक ही मुकदमा है जो अदालत ने समाप्त कर दिया। इस पर आश्वासन दिया गया कि अदालत के आदेश की प्रमाणित प्रति दी जाये जिसकी जांच करवाने के बाद गैंगेस्टर खत्म किया जायेगा।
बावजूद इसके धरना जारी रहा। दोपहर बाद भाजपा शहर विधायक एवं महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा थाने पहुंचे और कहा कि उनकी पुलिस कमिश्नर से बात हुई जिसमें अनुज कसाना के मामले में प्रमाणित प्रति मिलने के बाद दोबारा जांच होगी तथा चौकी प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने धरना भी समाप्त करवा दिया। हालांकि पुलिस के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं में रोष है।
धरना खत्म होने के बाद जारी की प्रेस विज्ञप्ति
इंदिरापुरम थाने पर भाजपाइयों का धरना समाप्त होने के बाद डीसीपी ट्रांस हिंडन ने प्रेस नोट जारी किया जिसमें अनुज कसाना पर गिरोह बनाकर रंगदारी मांगने समेत तीन मुकदमें बताये गये। प्रेस नोट जारी होने की जानकारी मिलने के बाद भाजपा कार्यकर्ता पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहे हैं।