- सीएम योगी की डिजिटल इंडिया की मुहिम का दिखा असर, यूपी पुलिस में हो रहे बड़े बदलाव
- सुशासन दिवस पर कन्नौज पुलिस पूरी तरह से हुई डिजिटल
- पूरे प्रदेश में कन्नौज पुलिस ई-आॅफिस को लागू करने वाला बना पहला जिला
- अब कन्नौज के थानों में नहीं दिखेगा मोटी-मोटी फाइलों का गठ्ठर
- ई-आॅफिस प्रणाली से बढ़ेगी पारदर्शिता, जनता को मिलेगा त्वरित न्याय
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया मिशन को उत्तर प्रदेश में योगी सरकार तेज गति से अमली जामा पहनाने में जी-जान से जुटी हुई है। इसी के तहत सुशासन दिवस 25 दिसंबर के अवसर पर कन्नौज पुलिस के सभी थाने मोटी- मोटी फाइलों के जंजाल से मुक्त हो गये। इसी के साथ कन्नौज पुलिस पूरे प्रदेश में पहला ऐसा जिला बन गया है, जहां सारे थाने ई आॅफिस सिस्टम प्रणाली पर पूरी तरह से काम करते नजर आ रहे हैं। यहां कागजों पर लिखा-पढ़ी का दौर अब गुजरे जमाने की बात हो गया है। दरअसल, स्मार्ट पुलिसिंग की दिशा की ओर कदम बढ़ाते हुए कन्नौज पुलिस सभी थानों, सीओ आॅफिस और एडिशनल आॅफिस समेत तमाम पुलिस आॅफिसेज में ई-आॅफिस सिस्टम को लागू कर दिया है।
मोटी-मोटी फाइलों का जमाना गुजरे जमाने की बात
कन्नौज एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा डिजिटल इंडिया मिशन को बढ़ावा देने की दिशा में लगातार काम किया जा रहा है। इसी के तहत उत्तर प्रदेश पुलिस में तकनीकी सुधार और आधुनिकरण की दिशा में बड़े कदम उठाये जा रहे हैं। इसी दिशा में कन्नौज पुलिस ने बड़ी पहल करते हुए सभी थानों को 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के अवसर पर पूरी तरह से डिजिटल करते हुए ई आॅफिस से जोड़ दिया है। इस पहल के तहत थानों में मोटी-मोटी फाइलों का जमाना खत्म हो गया है और ई-आॅफिस प्रणाली के माध्यम से प्रशासनिक कार्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सुचारू रूप से संचालित हो गये हैं। वहीं कन्नौज उत्तर प्रदेश का पहला ऐसा जिला बन गया है, जहां सभी पुलिस थानों और कार्यालयों में शत-प्रतिशत ई-आॅफिस प्रणाली पर काम शुरू हो गया है। पुलिस अधीक्षक कन्नौज ने हाल ही में पुलिस कार्यालय में आयोजित एक समारोह में डिजिटल परिवर्तन की शुरूआत की थी। इस दौरान सभी थाना प्रभारियों, क्षेत्राधिकारियों और राजपत्रित अधिकारियों को लैपटॉप वितरित किए गए थे।
पुलिसकर्मियों को दी जा रही ई-आॅफिस की ट्रेनिंग, थानों को उपलब्ध कराए गए तकनीकी उपकरण
पुलिस अधीक्षक कन्नौज अमित कुमार आनंद ने बताया कि डीजीपी प्रशांत कुमार ने सुशासन दिवस के अवसर पर ई-आॅफिस प्रणाली का शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि यह प्रणाली एनआईसी (नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर) द्वारा तैयार की गई है और यह केन्द्रीय सचिवालय नियमावली (उरटीडढ)पर आधारित है। ई-आॅफिस प्रणाली को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए जिले में डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया गया है। सभी पुलिस थानों और कार्यालयों को आवश्यक तकनीकी उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं।
लंबित शिकायतों के निपटारे में आएगी और तेजी, मिलेगा त्वरित न्याय
ई-आॅफिस प्रणाली का मुख्य उद्देश्य फाइलों और डेटा के डिजिटल प्रबंधन के माध्यम से प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता और दक्षता लाना है। यह प्रणाली शिकायतों और रिपोर्टिंग की प्रक्रिया को तेज बनाएगी, जिससे जनता को त्वरित न्याय मिल सकेगा। साथ ही डिजिटल फाइल के जरिये मॉनिटरिंग से अधिकारियों को कार्यों पर नजर रखने और निर्णय प्रक्रिया को सुगम बनाने में काफी मदद मिलेगी। वहीं ई-आॅफिस प्रणाली लागू होने से जनता को भी कई लाभ होंगे। इससे थानों में लंबित शिकायतों के निपटारे में देरी नहीं होगी और रिपोर्टिंग प्रक्रिया पारदर्शी के साथ समयबद्ध होगी। इसके अलावा थानों और जिला कार्यालयों में भ्रष्टाचार में भी कमी आएगी। कन्नौज पुलिस की पहल जनता के लिए एक नई उम्मीद की किरण लेकर आई है। इससे न केवल पुलिसकर्मियों का कार्यभार कम होगा, बल्कि आमजन को पुलिस विभाग से जुड़ी सेवाओं का लाभ तेजी और पारदर्शी तरीके से मिलेगा। कन्नौज पुलिस की यह पहल प्रदेश के अन्य जिलों के लिए प्रेरणा है।