अथाह संवाददाता
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री एवं कन्नौज लोकसभा क्षेत्र से सांसद अखिलेश यादव ने संसद परिसर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य सभा में चर्चा के दौरान गृह मंत्री का जो भाव था वह बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर का अपमान है। बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर जी पर की गई टिप्पणी के लिए गृहमंत्री को माफी मांगनी चाहिए। उन्हें सभी सांसदों की मांग माननी चाहिए। बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर जी हम सभी लोगों, पिछड़ों, दलितों, गरीबो, शोषितों, वंचितों के लिए पूज्यनीय है। पीडीए के लोग बाबा साहब को पूजते हैं। हर समाज के लोग उन्हें भगवान की दृष्टि से देखते है। बाबा साहब के लिए इस तरह की भाषा का प्रयोग निंदनीय है। गृह मंत्री जी को अपने शब्द वापस लेना चाहिए।
नेता विरोधी दल राहुल गांधी पर एफआईआर को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के लोग पहले असंवैधानिक और गैरकानूनी कार्य करते हैं फिर शासन-प्रशासन के जरिए दूसरों पर झूठे मुकदमे लगवाकर आरोप लगाते हैं। भाजपा मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए इसी तरह का मॉडल प्रयोग करती है।
लोकसभा में सांसदों के बीच धक्का मुक्की के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि घटना संसद परिसर में हुई है। संसद परिसर में लोकसभा अध्यक्ष ही सुप्रीम होते हैं। भाजपा को सबसे पहले स्पीकर के पास जाना चाहिए था। अगर शिकायत करना था, तो स्पीकर से करते। वे सभी नेताओं को बुलाकर बात कर लेते लेकिन भाजपा के लोग स्पीकर जी से भी ऊपर हो गये हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि फरूर्खाबाद के सांसद जनता से जीते सांसद नहीं है, वे सर्टीफिकेट देकर सांसद बनाए गए हैं, उनके लिए सलाह है कि हम फरूर्खाबाद में ही डॉक्टर से उनका फ्री में इलाज करा सकते हैं।
यादव ने कहा कि भाजपा सरकार पूरे उत्तर प्रदेश में बिजली चोरी के नाम पर गरीबों के घरों पर छापे डालकर प्रताड़ित कर वसूली कर रही है। झूठे मुकदमें दर्ज कराती है। भाजपा के लोग किसानों पर बिजली को लेकर झूठे मुकदमे दर्ज कराकर परेशान कर रहे हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों की उपेक्षा कर रही है। किसानों की मांगे पूरी होनी चाहिए। सरकार किसानों की मांगे पूरी करें।
इससे पहले समाजवादी पार्टी के सांसदों ने भाजपा नेता एवं केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संसद में बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर के प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में आज नई दिल्ली में विजय चौक से लेकर संसद भवन तक मार्च निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। समाजवादी पार्टी के सभी सांसदों ने लाल टोपी लगाकर बाबा साहब का चित्र लेकर नारे लगाते हुए मार्च किया और अमित शाह से माफी मांगने की मांग की।