- दोनों रोड शो के दौरान पूरी तरह से एकजुट नजर आई भाजपा
- दोनों रोड शो की सफलता से उत्साहित नजर आ रहे भाजपाई
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद शहर विधानसभा उप चुनाव के लिए प्रचार थम गया है। लेकिन चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रोड शो के माध्यम से भाजपा प्रत्याशी संजीव शर्मा को संजीवनी देने का काम किया। वहीं, चुनाव प्रचार के अंतिम दिन संजीव शर्मा के रोड शो में शहर के लोगों एवं भाजपा कार्यकर्ताओं ने चार चांद लगा दिये।
बता दें कि गाजियाबाद शहर विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री योगी कुछ कुछ दिन के अंतराल पर गाजियाबाद आते रहे हैं। आठ नवंबर को उन्हें रोड शो करना था, लेकिन मतदान की तिथि 13 से बढ़ाकर 20 नवंबर कर दिये जाने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने शहर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा के पन्ना प्रमुखों के साथ ही जनसभा को संबोधित किया। इसके बाद शनिवार को उन्होंने रोड शो किया। लाइन पार क्षेत्र में सीएम योगी का पहला रोड शो था जो ऐतिहासिक बन गया। इस रोड शो के माध्यम से उन्होंने लाइन पार के पूरे क्षेत्र को प्रभावित करने के साथ ही लोगों के दिलों पर अमिट छाप छोड़ी। रोड शो में योगी की एक झलक पाने के लिए लोगों ने घंटों इंतजार किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रोड शो के माध्यम से संजीव शर्मा को भरपूर संजीवनी देने का काम किया। स्थानीय भाजपा की मांग पर योगी अपने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद गाजियाबाद आये। गाजियाबाद के लाइन पार क्षेत्र में सीएम योगी शनिवार से पहले कभी किसी जनसभा को करने अथवा रोड शो करने नहीं गये थे। यहीं कारण है कि उनके पहली बार लाइन पार क्षेत्र में जाने से लोगों में जबरदस्त उत्साह था। रोड शो में योगी के स्वागत में जुटी भीड़ और उसका उत्साह यह बताने के लिए काफी था वे योगी की एक झलक देखने को आतुर है।
सीएम योगी के रोड शो के बाद एवं चुनाव प्रचार समाप्त होने से पहले सोमवार को भाजपा प्रत्याशी संजीव शर्मा ने शहरी क्षेत्र में बजरिया से लेकर नवयुग मार्किट तक अनाज मंडी, घंटाघर, चौपला मंदिर, सिहानी गेट होते हुए रोड निकाला। इस रोड शो का व्यापारियों एवं आम जनता ने जोरदार स्वागत किया। रोड शो में जुटी भीड़ ने इसे शानदार बनाने का काम किया। हालत यह थी कि रोड शो का एक सिरा नवयुग मार्किट तो दूसरा घंटाघर पर था। सबसे बड़ी बात यहां के सांसद अतुल गर्ग, दोनों मंत्री सुनील शर्मा, नरेंद्र कश्यप, विधायक अजीत पाल त्यागी और एमएलसी दिनेश कुमार गोयल एक ही वाहन पर सवार थे, जबकि महापौर सुनीता दयाल अलग वाहन में थी। पूर्व महापौर आशु वर्मा एवं आशा शर्मा एक साथ थी।