Dainik Athah

गाजियाबाद शहर उप चुनाव में दांव पर भाजपा- कांग्रेस की साख

  • भाजपा- कांग्रेस के प्रत्याशियों की घोषणा पर लगी है सभी की नजरें
  • प्रत्याशियों की घोषणा से तय होगा उप चुनाव में मतदाताओं का रूख
  • दोनों की दलों में चल रहा है शह और मात का खेल

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद
। गाजियाबाद शहर उप चुनाव को लेकर केंद्र व प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के साथ ही कांग्रेस के टिकट दावेदारों और दावेदारों के समर्थकों की धड़कनें तेज हो गई है। भाजपा की सूची अगले दो दिन में घोषित होगी, वहीं उम्मीद है कि कांग्रेस अपने प्रत्याशी की घोषणा भाजपा प्रत्याशी की घोषणा के बाद होगी। इस उप चुनाव में इस बार दोनों ही दलों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। दोनों दलों के आलाकमान के निर्णय के बाद मतदाता अपना रूख दिखायेंगे कि वे किसके साथ हैै।
गाजियाबाद शहर उप चुनाव की घोषणा होने के साथ ही नामांकन भी शुरू हो चुके हैं। 25 अक्टूबर नामांकन का अंतिम दिन है। उप चुनाव के लिए सबसे पहले आजाद समाज पार्टी ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है। वहीं, बहुजन समाज पार्टी ने विधानसभा प्रभारी पीएन गर्ग को घोषित किया है, लेकिन अभी तक गर्ग को प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया है। हालांकि, बसपा सूत्र बताते हैं कि अगले दो- तीन दिन में प्रत्याशी की घोषणा पीएन गर्ग की ही होगी।
अब बात करें भाजपा की तो यह चुनाव भाजपा के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा से भी जुड़ा है। पूरे चुनाव की कमान योगी ने अपने हाथों में ली हुई है। उन्होंने शनिवार को भी उप चुनाव के क्षेत्रों में नियुक्त किये गये मंत्रियों एवं संगठन पदाधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें मैदान में उतरने के निर्देश दिये थे। लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी भी अभी तक प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाई है। उम्मीद जताई जा रही है कि अगले दो दिन में पार्टी प्रत्याशी की घोषणा कर सकती है, जबकि राजस्थान समेत अन्य उप चुनावों के प्रत्याशियों के साथ ही भाजपा झारखंड एवं महाराष्टÑ के प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है। इन दोनों राज्यों में अब बहुत कम नाम घोषित करने से रह गये हैं।
गाजियाबाद सीट की बात करें तो यहां पर महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा, पूर्व महानगर अध्यक्ष एवं पूर्व क्षेत्रीय महामंत्री अशोक मोंगा, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष मयंक गोयल, अजय शर्मा, सरदार एसपी सिंह, ललित जायसवाल समेत अन्य नामों की चर्चा है। स्थानीय सांसद अतुल गर्ग खुलकर संजीव शर्मा के पक्ष में बताये जा रहे हैं जिस कारण उनके नाम की चर्चा तेजी से वायरल है। वहीं, बताते हैं कि एक मंत्री एवं महापौर ने ललित जायसवाल के लिए लाबिंग करनी शुरू कर दी है। इस स्थिति में अब सभी की नजरें भाजपा के केंद्रीय कार्यालय के साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के रूख की तरफ लगी है। रक्षा मंत्री जिस तरफ इशारा कर देंगे उसका ही टिकट तय हो सकता है। लेकिन रक्षा मंत्री भी अपने पत्ते नहीं खोल रहे हैं। यदि सबसे अधिक धड़कन बढ़ी हुई है तो वह भाजपा के दावेदारों की है।
कांग्रेस की बात करें तो यहां पर पूर्व सांसद स्व. सुरेंद्र प्रकाश गोयल के पुत्र सुशांत गोयल के साथ ही पंजाबी समाज से एसपी सिंह ओबराय, जाटव समाज से प्रमोद कुमार, वीर सिंह जाटव, नरेंद्र चौहान के नामों की चर्चा है। सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस प्रवक्ता डॉली शर्मा अपने पिता नरेंद्र भारद्वाज के लिए टिकट चाहती है। कांग्रेस के दिग्गज नेता दो दिन पहले संविधान बचाओ सम्मेलन में भाग लेने गाजियाबाद आये थे, लेकिन वे भी चुप्पी साधकर ही वापस लौट गये।
अब कांग्रेस एवं भाजपा के प्रत्याशी घोषित होने के बाद ही पता चलेगा कि ऊंट किस करवट बैठेगा। जिस प्रकार भाजपा में सांसद अतुल गर्ग का कद केंद्रीय स्तर पर बढ़ रहा है उसे देखते लोग यह उम्मीद भी जता रहे हैं कि वे संजीव शर्मा के पक्ष में निर्णय करवा सकते हैं। उम्मीद है कि भाजपा अगले दो दिन में टिकट की घोषणा कर देगी।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *