प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री ने महाकुंभ से जुड़ी सभी परियोजनाओं की समीक्षा की
कुंभ 2019 में प्रयागराज वासियों ने दिखाया अनुपम आतिथ्य का उदाहरण, महाकुंभ में भी सबका सहयोग अपेक्षित: मुख्यमंत्री
काम समय पर पूरा हो, गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं: मुख्यमंत्री
अथाह संवाददाता प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि महाकुंभ 2025 में दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को ‘स्मार्ट प्रयागराज के भव्य स्वरूप’ का साक्षात्कार होगा। उन्होंने कहा है कि पूरी दुनिया से सनातन समाज महाकुंभ में आने तो उत्सुक है, तो पर्यटकों में भी इसे लेकर बड़ा आकर्षण है। ऐसे में हर आगंतुक को प्रयागराज में अच्छी सुविधा उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है। रविवार को एक दिवसीय दौरे पर प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री ने महाकुंभ के दृष्टिगत प्रयागराज में जारी सभी निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और जारी परियोजनाओं को तय मानकों के अनुरूप पूरी गुणवत्ता के साथ, निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुओं, पर्यटकों को उत्कृष्ट सुरक्षा और विश्वस्तरीय सुविधा उपलब्ध हो, इसके लिए प्रयागराज में अनेक निर्माण कार्य चल रहे हैं। निर्माण कार्यों के बीच प्रयागराज के स्थानीय निवासियों की सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रयागराज वासियों ने जिस तरह कुंभ 2019 में दुनियाभर से आये 25 करोड़ श्रद्धालुओं, पर्यटकों के लिए आतिथ्य का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया था, उसी प्रकार, इस बार भी व्यवस्था बनाने में हर नगरवासी का सहयोग प्राप्त होगा।
इससे पहले, परेड स्थित हेलीपैड पर उतरने के बाद मुख्यमंत्री सबसे पहले मोटरबोट से संगम नोज पहुंचे, जहां उन्होंने गंगा, यमुना, सरस्वती के पावन संगम स्थली का दर्शन-पूजन किया। जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री ने संगम के विशाल स्नान क्षेत्र का अवलोकन भी किया। पवित्र अक्षयवट, पातालपुरी एवं सरस्वती कूप का दर्शन करने के उपरांत मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार भी अक्षयवट, पातालपुरी और सरस्वती कूप के दर्शन का पुण्य लाभ सुगमता से प्राप्त हों, इसके लिए यहां अच्छे प्रबंध होने चाहिए। मुख्यमंत्री ने किले के भीतर जारी विकास कार्यों को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने लेटे हुए हनुमान जी का भी दर्शन किया और कुंभ के सफल आयोजन के लिए प्रार्थना की।
दोपहर बाद भारद्वाज आश्रम पहुंचे मुख्यमंत्री ने यहां जारी विकास कार्यों का निरीक्षण किया, वहीं आईईआरटी सेतु का निरीक्षण करते मुख्यमंत्री ने महाकुंभ के दृष्टिगत सेतु निर्माण कार्य को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए। परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण करने के इस मैराथन भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री ने आदि वेणीमाधव मंदिर का भी दर्शन-पूजन किया, साथ ही, लेप्रोसी रोड चौराहा से नैनी रेलवे स्टेशन रोड तक तथा छिवकीं रेलवे स्टेशन रोड का निरीक्षण भी किया।
शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती जी महाराज से मुख्यमंत्री ने की भेंट प्रयागराज आगमन के विशेष अवसर पर मुख्यमंत्री ने पूज्य शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती जी महाराज से भी भेंट की और महाकुंभ आयोजन की तैयारियों से अवगत कराया। लगभग 20 मिनट तक चली इस भेंट के दौरान मुख्यमंत्री ने शंकराचार्य जी से कहा कि राज्य सरकार, पूज्य संतगणों की अपेक्षाओं और आवश्यकताओं का ध्यान रखते हुए सभी आवश्यक प्रबंध कर रही है। महाकुंभ 2025, कुंभ 2019 से भी अधिक दिव्य और भव्य होगा। उन्होंने कहा कि व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने में समय-समय पर पूज्य संतगणों का मार्गदर्शन भी अपेक्षित है।