- विंध्याचल दूसरी, अष्टभुजा धाम तीसरी, भदोही का सीतामढ़ी चौथी व सोनभद्र पर्यटकों की बना पांचवी पसंद
- 8,54,73,633 पर्यटकों का वर्ष 2023 में वाराणसी में हुआ आगमन, 22,26,310 पर्यटक पहुंचे सोनभद्र
- वाराणसी में आने वाले पर्यटकों को पड़ोसी जिलों के आध्यात्मिक,धार्मिक और प्राकृतिक स्थल भी खूब भा रहे है
- विकास के कार्यो, मूलभूत ढांचा में सुधार, सुरक्षा और दूसरे शहरों से बेहतर कनेक्टिविटी ने पर्यटकों की राह कर दी है आसान
अथाह संवाददाता
वाराणसी। योगी सरकार ने काशी के कलेवर को बदलकर उसे विश्व में जो नई पहचान दिलाई है उसका लाभ वाराणसी समेत आसपास के अन्य जिलों को भी मिल रहा है। वाराणसी में आने वाले पर्यटक पड़ोसी जिलों के आध्यात्मिक,धार्मिक और प्राकृतिक स्थलों को भी पसंद कर रहे है। वर्ष 2023 में पूर्वांचल का टॉप रिलीजियस व टूरिस्ट डेस्टिनेशन वाराणसी रहा। वही, दूसरे नंबर पर मिजार्पुर का विंध्याचल और तीसरे पायदान पर मिजार्पुर का ही अष्टभुजा मंदिर रहा। इसके अतिरिक्त, संत रविदास नगर (भदोही) में स्थित सीतामढ़ी चौथे नंबर पर और प्राकृतिक सौंदर्य से भरा सोनभद्र पांचवे स्थान पर रहा। भाजपा की डबल इंजन की सरकार ने बनारस और उसके आस-पास के जिलों की कनेक्टिविटी में इजाफा करने के साथ इन क्षेत्रों में पर्यटन विकास की विभिन्नय परियोजनाओं पर कार्य किया है जिसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं और पर्यटक कम समय में ज्यादा से ज्यादा डेस्टिनेशन एक्सप्लोर कर रहे है।
विकास के कार्यों ने बढ़ाया पर्यटकों का रुझान
पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर राजेंद्र कुमार रावत ने बताया कि वाराणसी में हुए विकास के कार्यो, मूलभूत ढांचा में सुधार ,दूसरे शहरों से बेहतर कनेक्टिविटी ,सुगमता और सुरक्षा ने पर्यटकों की संख्या बढ़ा दी है। वाराणसी के पडोसी जिलों के पर्यटन और धार्मिक स्थलों के विकास के काम ने पर्यटकों का रुझान बढ़ाया है। वाराणसी के आस-पास 100 से 200 किलोमीटर की यात्रा पर्यटकों के लिए काफी आसान हो गई है। वाराणसी आने वाले पर्यटकों को संतरविदास नगर (भदोही ) ,मिजार्पुर ,सोनभद्र के धार्मिक स्थलों,जलप्रपात और प्राकृतिक सौंदर्य वाले स्थल खूब भा रहे है।
वर्ष 2023 में वाराणसी और आसपास के 5 डेस्टिनेशन में कुल पर्यटकों की संख्या
वाराणसी – 8,54,73,633
विंध्याचल -72,97,800
अष्टभुजा –42,35,770
सीतामढ़ी –25,41,080
सोनभद्र–22,26 310