- मानव वन्य जीव संघर्ष कम करने को लेकर योगी सरकार कर रही सीएसआर फंड का उपयोग
- सिग्निफाई ने उपलब्ध कराई लाइट, भारत केयर्स के सीएसआर फंड से टाइगर रिजर्व के समीप संवेदनशील गांवों में लगाई जा रही स्ट्रीट लाइट
- चारों टाइगर रिजर्व के समीप 150 से अधिक गांवों में लगेंगी स्ट्रीट लाइटें, जंगली जानवरों के हमलों से मिलेगी राहत
- पीलीभीत के समीप 50 से अधिक गांवों में लगेंगी 750 से अधिक लाइट, लगाई जा चुकी हैं 200 से अधिक लाइट
- शेष तीन टाइगर रिजर्व के समीप अतिसंवेदनशील गांवों में चल रहा मार्किंग व सर्वे का कार्य
- उत्तर प्रदेश सरकार और भारत केयर्स के मध्य एमओयू के चलते सीएसआर फंड से चुनौतियों का किया जा रहा निवारण
लखनऊ अंधेरे में जंगली जानवरों से ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर योगी सरकार ने नई पहल की है। मानव वन्य जीव संघर्ष को कम करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं सीएम योगी के आह्वान पर निजी क्षेत्र की कंपनियां भी प्रदेश सरकार के सहयोग के लिए आगे आई हैं। इसी क्रम में प्रदेश सरकार और भारत केयर्स के बीच एमओयू हुआ है, जिसके तहत भारत केयर्स एनजीओ अपने सीएसआर फंड से दुधवा, पीलीभीत, अमानगढ़ व रानीपुर टाइगर रिजर्व के आसपास के संवेदनशील गांवों में स्ट्रीट लाइट लगा रहा है। यह स्ट्रीट लाइट सिग्निफाई की तरफ से उपलब्ध कराई गई है। पीलीभीत टाइगर रिजर्व के समीप अतिसंवेदनशील गांवों में लाइट लगाने का कार्य शुरू हो गया है। शेष स्थानों पर मार्किंग व सर्वे का कार्य चल रहा है। योगी सरकार का यह कदम रात में गांवों में प्रवेश करने वाले जंगली जानवरों से संघर्ष को रोकने और सुरक्षा में काफी कारगर साबित होगा।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व के समीप गांवों में लग चुकीं 200 से अधिक लाइट्स पीलीभीत टाइगर रिजर्व के समीप मानव वन्य जीव संघर्ष को लेकर अतिसंवेदनशील गांवों में स्ट्रीट लाइट लगाई जा रही हैं। टाइगर, तेंदुआ जैसे कई जानवरों के खतरों को भांपते हुए यह लाइट्स लगाई जा रही हैं। पीलीभीत के डीएफओ मनीष सिंह ने बताया कि भारत केयर्स के सीएसआर फंड से 12 अगस्त से यह कार्य प्रारंभ हुआ है। 50 गांवों के समीप 200 से अधिक स्ट्रीट लाइट्स लगाई जा चुकी हैं। यहां गांवों में 750 से अधिक लाइट्स लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है। मनीष सिंह के मुताबिक पंडरी, भैरों, गोयल कॉलोनी, माला कॉलोनी, जमुनिया, मंदारी आदि गांवों में स्ट्रीट लाइट लगाई जा रही है। अब तक मंदारी में 16 से अधिक लाइट लगाई जा चुकी है। शेष स्थानों पर भी लाइट लगाने का कार्य तेजी से पूरा होगा।
दुधवा टाइगर रिजर्व के आसपास के गांवों में चल रहा सर्वे दुधवा टाइगर रिजर्व के समीप 60 से अधिक गांवों में एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाई जाएगी। अपर मुख्य वन संरक्षक ललित कुमार वर्मा ने बताया कि कंपनी की तरफ से सोलर लाइट लगाने का निर्णय लिया गया है। यहां के उधव नगर, बसही, अशोक नगर, सेमरी, धर्मापुर, आंबा, झाला, गोलबोझी, पचपेड़ा, खंभारी, रघुनगर समेत कई गांवों अभी सर्वे चल रहा है।
सीएम योगी की पहल तेजी से ला रही रंग रानीपुर टाइगर रिजर्व के समीप मानव वन्य जीव संघर्ष को लेकर अतिसंवेदनशील सकरौहा, कमरहा, एलहा, सकरा आदि समेत 20 से अधिक गांवों में सर्वे का काम कंपनी की तरफ से जल्द शुरू होगा। इसके उपरांत यहां भी तेजी से स्ट्रीट लाइट लगाने का कार्य प्रारंभ होगा। अंधेरे में जंगली जानवर गांव की तरफ आ जाते हैं। ग्रामीणों को उससे बचाने के प्रयास के तहत यह लाइट्स लगाई जा रही हैं।
अमानगढ़ टाइगर रिजर्व के समीप गांवों का भी हुआ चयन अमानगढ़ टाइगर रिजर्व के समीप 20 अतिसंवेदनशील गांवों में स्ट्रीट लाइट्स लगाने की जगह आदि को लेकर सर्वे किया जाएगा। रेहड़, फतेहपुर धारा, रानी नांगल, मुरलीवाला, जामुनवाला आदि गांवों में यह लाइट्स लगाई जाएंगी।
सीएसआर फंड से स्ट्रीट लाइट लगवाने वाली भारत केयर्स के सीनियर प्रोजेक्ट एसोसिएट रजत सिंह ने बताया कि इसे लेकर यूपी सरकार से पिछले महीने एमओयू हुआ था। इसके तहत 100 से अधिक वन्य गांवों में एलईडी लाइट्स लगाई जाएगी। आवश्यकतानुसार यहां सोलर लाइट्स को भी लगाया जाएगा। हर घर रोशन योजना के तहत फिलहाल पीलीभीत में लाइट लगाई जा रही है। यह लाइट सिग्निफाई की तरफ से उपलब्ध कराई जा रही है। अमानगढ़ और दुधवा के आसपास के गांवों में मार्किंग व सर्वे के उपरांत इसे लगाया जाएगा।