- बांग्लादेश में विद्रोह: प्रधानमंत्री शेख हसीना ने दिया इस्तीफा
- शेख हसीना हिंडन ऐयर बेस पहुंची, एनएसए अजीत डोभाल ने की लंबी मंत्रणा
- प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में विशेष बैठक
विशेष संवाददाता
ढाका/ नयी दिल्ली/ गाजियाबाद। बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी प्रदर्शन और हिंसक झड़पों के बीच सोमवार को तख्तापलट हो गया। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और राजधानी ढाका छोड़ दिया है। राष्ट्र के नाम एक टेलीविजन संबोधन में सेना प्रमुख वकर-उज-जमान ने कहा कि सेना अंतरिम सरकार बनाएगी। हसीना अपनी बहन शेख रेहाना के साथ देश छोड़कर चली गई हैं और भारत के गाजियाबाद स्थित हिंडन एयर बेस पहुंच गई है। मीडिरूा रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश की सड़कों पर रविवार को भीषण झड़पें हुईं, जिसमें मरने वालों की संख्या 300 से अधिक हो गई।
दो अलग-अलग कार्यकालों और 20 वर्षों से बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के रूप में शेख हसीना के कार्यकाल के दौरान चल रहे विरोध प्रदर्शनों में 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। 76 वर्षीय शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया है और बांग्लादेश को उसकी हालात पर छोड़कर पहुंच गई। रिजर्वेशन कोटा पर जून, 2024 में ढाका में शुरू हुए छात्र आंदोलन ने रविवार को हिंसक रूप ले लिया जिसके बाद बांग्लादेश की सेना ने भी पीएम हसीना की मदद करने से इनकार कर दिया। अंतत: सोमवार को सेना के हेलीकाप्टर से हसीना को ढाका से दिल्ली (हिंडन ऐयर बेस गाजियाबाद) लाया गया।
माना जा रहा है कि कुछ दिनों तक यहां रहने के बाद वह लंदन जा सकती हैं। इसके साथ ही दक्षिण एशिया में भारत के सबसे विश्वस्त सरकार की भी विदाई हो गई है। बांग्लादेश का भविष्य कैसा होगा अभी यह अस्पष्ट नहीं है। वहां सैन्य शासन लंबा चलता है या जल्द ही चुनाव करवाये जाते हैं, इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। लेकिन कई वजहें हैं जिसके कारण बांग्लादेश के हालात भारत के लिए चिंता का कारण है। शेख हसीना के भारत पहुंचने के बाद राष्टÑीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल अपने काफिले के साथ हिंडन एयर बेस पहुंचे और करीब पौने दो घंटे तक दोनों के बीच मंत्रणा हुई। क्या मंत्रणा हुई इसके ऊपर सभी चुप्पी साधे हैं।
बांग्लादेश के हालात को लेकर देर शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में उनके निवास पर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक हुई। बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, एनएसए अजीत डोभाल समेत प्रमुख लोग उपस्थित थे। समाचार लिखे जाने तक शेख हसीना को हिंडन एयर बेस में ही बताया जा रहा है। इसी कारण एयर बेस की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।