- पंजाबी समाज ने शहर विधानसभा के लिए ठौंकी ताल
- पंजाबी समाज ने कहा शहर विधानसभा सीट पर पंजाबी समाज का वोट 70 हजार
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट के उप चुनाव के लिए अभी तारीख घोषित नहीं हुई है, लेकिन हर वर्ग ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। पंजाबी समाज ने शहर विधानसभा सीट पर भाजपा के टिकट के लिए दावा ठोंक दिया है। समाज ने कहा कि यदि शहर सीट के 70 हजार से ज्यादा पंजाबी मतदाताओं की उपेक्षा की गई तो समाज लोगों से नोटा के निशान पर वोट देने की अपील करेगा।
बता दें कि गाजियाबाद शहर सीट से विधायक अतुल गर्ग के सांसद चुने जाने के बाद शहर विधानसभा सीट रिक्त हो गयी है। हालांकि, इस सीट समेत प्रदेश की दस विधानसभा सीटों पर उप चुनाव की घोषणा नहीं हुई है। लेकिन पंजाबी- समाज इस सीट पर किसी पंजाबी को प्रत्याशी बनाने के लिए एकजुट हो गई है। बुधवार को विजयनगर, गाजिÞयाबाद में बग्गा निवास पर एक बैठक आहूत की गई। जिसमें गाजियाबाद के पंजाबी संगठन के सभी अध्यक्षों एवं प्रबुद्ध लोगों ने भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य गाजियाबाद की शहर सीट पर पंजाबी समाज के 70 हजार वोट होने पर भी यह अफवाह फैलाई जा रही है कि पंजाबी समाज के 11 हजार वोट है। इसको लेकर पंजाबी समाज के लोगों ने रोष व्यक्त किया।
पंजाबी संगठन के प्रमुख लोगों ने कहा 75 वर्षों में इस समाज ने पूरे हिंदुस्तान के अंदर अपनी राष्ट्रवादी विचारधारा को अपनाते हुए। जातिगत राजनीति से दूर हटकर भाजपा को समर्थन दिया है। लेकिन जब संख्या शहरी क्षेत्र में अधिक हो हमें वहां भी अपनी अधिकार से वंचित रखा जाता है। बैठक में कहा गया कि हमारा समाज ग्रामीण क्षेत्र से अपने लिए दावेदारी नहीं करता, क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में हमारी संख्या बहुत ही कम है, लेकिन शहरी क्षेत्र जहां पर हमारी संख्या बहुत अधिक है वहां पर हमें अधिकार नहीं मिल पाता, यह बहुत पीड़ा का विषय है। पंजाबी समाज के संगठनों ने मिलकर आह्वान किया है इस बार सरकार में प्रतिनिधित्व मिले और अपना अधिकार हमें मिले हम अपनी बात को भाजपा के शीर्ष नेतृत्व तक पहुंचाएंगे।
अखिल भारतीय खत्री महासभा (पंजाबी -खत्री समाज का समाज का सबसे बड़ा संगठन) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद अरोड़ा ने कहा कि हमने लोकसभा चुनाव में अपने हजारों कार्यकतार्ओं के साथ 10 लाख सदस्य सहित भारतीय जनता पार्टी को पूरे भारत में बिना स्वार्थ के पूर्ण समर्थन दिया, दिल्ली में 100 से अधिक छोटी- बड़ी बैठकें की लेकिन आज जहां हमे लगता है। कि यहां पर हमारी भागीदारी होनी चाहिए और हमें भी सरकार में प्रतिनिधित्व मिले। उन्होंने कहा हम चाहते है कि गाजिÞयाबाद शहर से किसी पंजाबी को टिकट मिलना चाहिए। गाजियाबाद में 100 पार्षद में पांच टिकिट की भी भागीदारी नहीं मिलती। इस बार पंजाबी समाज ने निर्णय लिया है कि अगर पंजाबी समाज को शहर विधानसभा से टिकट नहीं मिलता है तथा पंजाबी समाज का तिरस्कार किया जाता है तो पंजाबी संगठन के लोग घर घर जाकर नोटा पर वोट डालने के लिए समाज के लोगों को प्रेरित करेंगे।
बैठक में महेश आहूजा, जगदीश साधना, इंदरजीत सिंह टीटू, गुलशन भामरी, रमन मिगलानी, संजीव अरोड़ा, अनिल अरोड़ा, बृजपाल मिड्डा, बीडी अरोड़ा, प्रदीप अरोड़ा, जेएन सचदेवा, बी एल बत्रा, सोनू बग्गा, धीरज सेठी, हिमांशु अरोड़ा, अजय टंडन, वीरेंद्र मल्होत्रा, संजीव नागराज, सतीश चोपड़ा, जगजीत सिंह, अशोक कुकरेजा, विजय विज, भरत सूरी, अमित मेहरा, जसबीर सिंह, अशोक मारवाह, राजेन्द्र गजविरी, नवीन बग्गा, हरजीत सिंह बिट्टू, सुखविंदर सिंह, आशुतोष ओबराय, जगमोहन सिंह, सुधीर कपूर, अशोक गंभीर, नरेश ढींगरा, विनय कक्कड़, पवन मल्होत्रा, अजय गंभीर समेत बड़ी समस्या में प्रबुद्ध लोग उपस्थित थे।