अथाह ब्यूरो
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकतार्ओं ने रविवार को भारतीय जनसंघ के संस्थापक डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने बहराइच में श्रद्धेय डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर उनकी मूर्ति का अनावरण कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये, वहीं पार्टी के प्रदेश महामंत्री (संगठन) डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रदेशभर के सभी सांगठनिक जनपदों में भाजपा कार्यकतार्ओं द्वारा जनसंघ के संस्थापक डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किये एवं गोष्ठी कर उनके विचारों को सुना।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने माँ भारती के अमर सपूत, जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष, भारतीय राजनीति को उत्कृष्ट लोकतांत्रिक मूल्यों से सुवासित करने वाले श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान दिवस के अवसर पर रविवार को बहराइच में श्रद्धेय डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की मूर्ति का अनावरण किया एवं महसी विधानसभा अंतर्गत बूथ बूथ संख्या 361 पर आयोजित कार्यक्रम में उनके छाया चित्र पर पुष्पार्चन कर उपस्थित लोगों को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा डॉ. मुखर्जी जी द्वारा राष्ट्रहित में किया गया अकल्पनीय कार्य एवं उनका आदर्श व्यक्तित्व हम सभी के लिए सदैव प्रेरणादायी रहेगा।
चौधरी ने कहा कि श्रद्धेय डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक प्रख्यात चिन्तक, विचारक, शिक्षाविद और महान देशभक्त थे। उन्होंने कहा कि डा. मुखर्जी ने अपना पूरा जीवन राष्ट्रवादी विचारधारा को मजबूत करने के लिए लगा दिया। डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 का विरोध किया था। इसी विरोध के कारण उन्हें गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के एक माह बाद उनकी जेल में ही संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई।
चौधरी ने कहा जिस जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाने और वहां जाने के लिए परमिट व्यवस्था का विरोध करते हुए डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बलिदान दिया उस लड़ाई को भाजपा ने आगे बढाया देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने 6 अगस्त 2019 को धारा 370 को खत्म कर एक निशान, एक विधान और एक प्रधान के नारे को स्थापित किया।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने पार्टी कार्यकतार्ओं का आवाह्न किया कि वे डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के दिखाए मार्ग और विचारो को आत्मसात करते हुए कार्य करें और देश को मजबूत करने में अपना योगदान दे।