Dainik Athah

साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र में होगी सरकार- संगठन की परीक्षा

  • गाजियाबाद लोकसभा चुनाव 2024, साहिबाबाद विधानसभा
  • कैबिनेट मंत्री- महानगर अध्यक्ष के होते हुए भी कैसे नहीं बढ़ा
  • कांग्रेस प्रत्याशी डॉली शर्मा का घर भी साहिबाबाद क्षेत्र में ही

अथाह संवाददाता, गाजियाबाद। गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला साहिबाबाद विधानसभा देश में सबसे अधिक मतदाताओं वाला क्षेत्र है। इस विधानसभाा क्षेत्र में दस लाख से ज्यादा मतदाता है। प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री इसी विधानसभा से विधायक है, कांग्रेस प्रत्याशी डॉली शर्मा का निवास भी इसी क्षेत्र में है, भाजपा के महानगर अध्यक्ष का निवास भी इसी क्षेत्र में आता है। लेकिन वोट पड़े मात्र 42.96 फीसद।
साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र जहां सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र है, वहीं इस क्षेत्र से लगातार दूसरी बार प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा ने जीत दर्ज की थी। इसी विधानसभा क्षेत्र में ऐशिया की सबसे बड़ी नगर पालिका खोड़ा मकनपुर भी स्थित है। महत्वपूर्ण बात यह है कि कांग्रेस और इंडिया गठबंधन की प्रत्याशी डॉली शर्मा का मायका और ससुराल भी इसी विधानसभा क्षेत्र में आते हैं। इसके साथ ही भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा एवं महामंत्री पप्पू पहलवान भी इसी क्षेत्र में रहते हैं। बावजूद इसके 26 अप्रैल को संपन्न हुए गाजियाबाद लोकसभा चुनाव में दस लाख 53 हजार 823 मतदाताओं वाले साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र में मात्र 42.96 फीसद मतदान हुआ। यहां पर 452722 वोट पड़े।
एक तरफ जहां साहिबाबाद विधानसभा में खोड़ा मकनपुर नगर पालिका है, वहीं सबसे अधिक गगनचुंबी इमारतें जिले में है तो वह भी इसी क्षेत्र में है। इनमें मुख्य रूप से इंदिरापुरम, वसुंधरा, वैशाली के साथ ही राजनगर एक्सटेंशन क्षेत्र भी आता है। विधानसभा क्षेत्र में इन क्षेत्रों में मतदाताओं की संख्या बहुत अधिक है, लेकिन वोट फीसद कम। कम वोट फीसद ने भाजपा को सबसे उलझन में डाला है। भाजपा को इसी क्षेत्र से बड़ी लीड मिलने की उम्मीद भी है। आखिर सबसे अधिक वोटों से जीतने वाले विधायक, महानगर जैसा संगठन जिसकी मिसाल पार्टी के बड़े नेता देते हैं, सबसे अधिक पदाधिकारी और कार्यकर्ता, बावजूद इसके वोट डलवाने में सब फिसड्डी साबित हुए।
ऐसे मौके पर कांग्रेस प्रत्याशी को कैसे छोड़ा जा सकता है जिनका मायका और ससुराल दोनों ही इस विधानसभा क्षेत्र में है वे भी वोट प्रतिशत नहीं बढ़वा सकी। कांग्रेस संगठन की बात करें तो उसमें प्रत्याशी घोषित होने के बाद बदलाव हुआ था, लेकिन सपा के महानगर अध्यक्ष वीरेंद्र यादव भी इसी क्षेत्र में निवास करते हैं। आखिर क्यों दोनों प्रत्याशी मिलकर और तीन संगठन होने के बाद भी इस क्षेत्र में वोट प्रतिशत के मामले में यह क्षेत्र पूरे जिले में सबसे फिसड्डी साबित हुआ।
साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र ने दोनों ही प्रमुख प्रत्याशियों के पूरे आंकड़े गड़बड़ा दिये हैं। अब मतगणना के बाद ही पता चलेगा कि कौन किस पर भारी है। लेकिन तीनों ही संगठनों को इस पर विचार करना होगा।


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