सोमवार के औचक निरीक्षण में उपाध्यक्ष ने स्वयं चिन्हित किए थे अवैध निर्माण
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष द्वारा सोमवार को जोन-7 में किए गए औचक निरीक्षण के पश्चात इलाके में अवैध निर्माण के खिलाफ की गई सीलिंग की कार्रवाई में मंगलवार को मौके पर सात निमार्णों को सील कर दिया गया। अवैध निर्माण के खिलाफ उपाध्यक्ष द्वारा स्वयं मोर्चा खोल दिए जाने के बाद अवैध निर्माणकतार्ओं के साथ साथ जीडीए में भी हड़कंप का माहौल है। उपाध्यक्ष के कड़े तेवर व सख्ती के खौफ के चलते प्रवर्तन विभाग के प्रभारियों व अभियंताओं को अपने सिर पर तलवार लटकती महसूस हो रही है।
प्राधिकरण के इतिहास में यह पहला अवसर है जब अवैध निर्माण के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कोई उपाध्यक्ष सड़क पर उतर आया हो। उपाध्यक्ष अतुल वत्स की इस कार्रवाई से पूरे महानगर को यह संदेश मिल गया है कि भविष्य में अवैध निर्माणकतार्ओं के खिलाफ तो कार्रवाई होगी ही जीडीए के भ्रष्ट अभियंता और अधिकारी भी दंड के भागीदार होंगे। प्राधिकरण सूत्रों के अनुसार मंगलवार को जिन निर्माण के खिलाफ कार्यवाही की गई है उसमें सैक्टर-3 राजेन्द्रनगर स्थित भूखण्ड संख्या 11/67 तथा भूखण्ड संख्या 11/154, सैक्टर- 2 स्थित भूखण्ड संख्या 6/111, सैक्टर-5 राजेन्द्र नगर स्थित भूखण्ड संख्या-4/13, सैक्टर-2, राजेन्द्रनगर स्थित भूखण्ड संख्या-6/109, सैक्टर 5 राजेन्द्रनगर स्थित भूखंड संख्या संख्या-4/9, सैक्टर-3 राजेन्द्रनगर स्थित भूखण्ड संख्या-11/107 शामिल हैं।? जिन निर्माण के खिलाफ सीलिंग की कार्रवाई की गई है उनमें मानचित्र स्वीकृत कराए जाने के उपरांत स्वीकृत मानचित्र के विपरीत निर्माण किए जाने की शिकायतें मिली हैं।
कार्रवाई के दौरान निर्माणकतार्ओं विकासकतार्ओं रंजन साहनी, देवराम, मीना, सन्नी गुप्ता, राकेश कुमार जैन, रितिका नागपाल व वन्दना नागपाल, प्रेमपाल यादव आदि व अनुराग गांधी को निर्देशित किया गया है कि गाजियाबाद विकास प्राधिकरण क्षेत्रान्तर्गत भूमि पर विधिवत मानचित्र स्वीकृत कराकर ही विकास कार्य किए जाएं।