- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रबुद्धजनों संग बिजनौर में किया संवाद
- बिजनौर सीट से चंदन चौहान और नगीना से ओम कुमार के लिए मुख्यमंत्री ने किया प्रचार
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रबुद्धजनों को एक-एक वोट की कीमत का कराया अहसास
- कहा- बिजनौर महात्मा विदुर की भूमि, यहां से बनती है भारत की पहचान
अथाह संवाददाता
बिजनौर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि शहर के प्रबुद्धजनों की भूमिका प्राचीन ऋषि- मुनियों जैसी है, जो अलग-अलग क्षेत्र में समाज का नेतृत्व करते हैं। प्रबुद्धजन समाज के ओपीनियन लीडर हैं, समाज का मार्गदर्शन और नेतृत्व करते हैं। कोई चिकित्सक है, तो कोई व्यापारी, अधिवक्ता और शिक्षक, तो कोई पर्यावरण के लिए कार्य कर रहा है। जीवन के अलग-अलग क्षेत्र में नेतृत्व करने वाले इस प्रबुद्धवर्ग की बातों पर जनता विश्वास करती है। यही वर्ग समाज को मोटिवेट करता हैं। लोग प्रबुद्धजनों का अनुसरण करते हैं। इसीलिए हम आपका आशीर्वाद लेने आए हैं। आपकी भूमिका वैसी ही है जैसे प्राचीन काल में ऋषि मुनियों की हुआ करती थी।
प्रबुद्धजनों का आशीर्वाद हमारे दोनों प्रत्याशियों को मिले
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को यहां जेवीएस रिजॉर्ट में प्रबुद्धजनों के साथ संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने बिजनौर सीट से भाजपा-रालोद के संयुक्त प्रत्याशी चंदन चौहान और नगीना सीट से भाजपा प्रत्याशी ओम कुमार के लिए मतदान की अपील की। उन्होंने कहा कि ये महात्मा विदुर की भूमि है, तो यही चाहता हूं कि आप प्रबुद्धजनों का आशीर्वाद हमारे दोनों प्रत्याशियों को मिले।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद लोगों ने मुझसे कहा था कि जो मुख्यमंत्री बिजनौर जाता है उसकी छुट्टी तय है, इसलिए मैं हर जनपद की तरह यहां भी आया। लोग कहते थे कि यहां रात्रि को नहीं रुकना चाहिए, मगर मैं यहां रुका और तब यहां के प्रबुद्धजनों के साथ संवाद भी स्थापित किया। उस वक्त मुझे पता लगा कि बिजनौर जनपद में बहुत पोटेंशियल है। बिजनौर केवल बिजनौर नहीं है, बल्कि भारत की पहचान इस जनपद से है। यह महात्मा विदुर की भूमि है जो उन ऋषि मुनियों की परंपरा से आते हैं, जिन्होंने महाभारत के काल खंड में भी सच बोलने का साहस दिखाया। ये वही बिजनौर है जहां से मां गंगा का यूपी में आगमन होता है, जो बलिया तक जाती हैं। यहां के हमारे जनप्रतिनिधियों ने यहां के लिए मेडिकल कॉलेज की मांग की, जिसे तुरंत स्वीकार करते हुए यहां महात्मा विदुर के नाम पर मेडिकल कॉलेज का मार्ग प्रशस्त किया गया।
सीएम योगी ने कहा कि हमें इस बार सबसे पहले स्वयं मतदान करना है और फिर अन्य लोगों को भी मतदान के लिए प्रेरित करना है। हमें अपने एक-एक वोट की कीमत को पहचानना होगा। आपके एक गलत वोट से अराजकता फैलती है, बेटी और व्यापारी की सुरक्षा खतरे में पड़ती है, आतंकवाद और अलगाववाद पनपता है, मगर आपके सही वोट से आस्था और विरासत का सम्मान होता है, युवाओं को आजीविका के साधन मिलते हैं। देश का तेजी से विकास होता है। सुरक्षा और समृद्धि बढ़ती है। आपके एक वोट के कारण कश्मीर में धारा 370 समाप्त हो गई। वहां एक प्रधान, एक निशान और एक विधान लागू हो चुका है। 500 साल के इंतजार के बाद रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो चुके हैं।
मोदी की गारंटी सुरक्षा और समृद्धि की गारंटी है
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आपने सपा, बसपा और कांग्रेस को शासन को देखा है। सबको अवसर मिला और आपने देखा है कि सबसे अच्छा कार्यकाल मोदी जी का है। गलत हाथों में वोट जाता है तो कर्फ्यू लगता है, सही हाथों में जाता है तो कांवड़ यात्रा निकलती है। देश में बिना भेदभाव के हर नागरिक के जीवन को स्वाभिमान और सम्मान के साथ आगे बढ़ाने की गारंटी है। यही मोदी की गारंटी है, जो सुरक्षा और समृद्धि की गारंटी भी है। कुछ लोगों के लिए अपना परिवार महत्वूपर्ण होगा, मगर मोदी जी के लिए पूरा देश उनका परिवार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश वहीं है, प्रदेश वही है, केवल सरकार बदली है। आज यूपी में कर्फ्यू और दंगा नहीं है। बेटी और व्यापारी सुरक्षित हैं। पर्व और त्यौहार शांतिपूर्वक मनाए जा रहे हैं। अयोध्या और काशी में पूरा देश आने को आतुर है। व्यापारियों का व्यापार फल फूल रहा है। यही बात हमें समाज में जाकर बताने की जरूरत है।
भारत की नब्ज पहचानते थे चौधरी चरण सिंह
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत की नब्ज को किसी राजनेता ने पहचाना था तो वो चौधरी चरण सिंह जी थे, जिन्होंने कहा था कि भारत की प्रगति का मार्ग देश के खेतों और खलिहानों से होकर जाता है। प्रधानमंत्री का आभार कि उन्होंने चौधरी साहब को भारत रत्न से सम्मानित किया।
इस अवसर पर प्रदेश सरकार में मंत्री दिनेश खटीक, क्षेत्रीय अध्यक्ष सत्येन्द्र सिसोदिया, भाजपा जिलाध्यक्ष भूपेंद्र चौहान, रालोद के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र पंवार, हरिओम शर्मा, कमलेश सैनी, शुचि चौधरी, अशोक राणा आदि गणमान्य मौजूद रहे।