अथाह ब्यूरो लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से गुरुवार को सपा के प्रदेश मुख्यालय में पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों के उद्यमियों ने भेंट की और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम औद्योगिक इकाइयों की संगठित संस्था इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आईआईए) की ओर से ज्ञापन सौंपा। आईआईए प्रतिनिधिमंडल ने अखिलेश यादव का अभिनंदन किया। इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल में बृजेश कुमार यादव अध्यक्ष, मोहम्मद सुहेल एवं आशीष यादव उपाध्यक्ष, गुलाब पाण्डेय महासचिव, शत्रुहन मौर्य कोषाध्यक्ष एवं अरविन्द मौर्य सचिव शामिल थे।
अखिलेश यादव ने इस अवसर पर कहा कि लघु, मध्यम एवं सूक्ष्म श्रेणी की औद्योगिक इकाइयां बिना सरकारी सहयोग के पूरी क्षमता से नहीं चल सकती। प्रदेश में नौ हजार से अधिक इकाइयां है। बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के आगे छोटी मध्यम इकाइयों को तमाम चुनौतियों से जूझना पड़ता है। चीन ने हमारे बाजार पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की नीतियां जनविरोधी हैं। भाजपा की नीतियों से पूंजी घराने ही फायदा पाते हैं। बड़े उद्योगपतियों का 15 लाख करोड़ रूपए का कर्ज माफ कर दिया गया लेकिन किसानों और गरीबों का कर्ज माफ नहीं किया गया। छोटी व मध्यम इकाइयों को अगर मदद दी जाती तो 90 प्रतिशत से ज्यादा रोजगार सृजित हो जाता। किसान और व्यापारी के सहयोग से ही बेरोजगारी का समाधान हो सकता है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में महंगाई और भ्रष्टाचार बेलगाम है। विकास अवरुद्ध है। समाजवादी सरकार में विद्युत व्यवस्था में व्यापक सुधार हुआ था। विद्युत उत्पादन की इकाइयां स्थापित की गई थी जबकि भाजपा सरकार में एक भी यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं किया गया है और बिजली का बिल दुगना से ज्यादा कर दिया गया है। भाजपा की नीति और नियत दोनों से वर्तमान समस्याओं का हल नहीं हो सकता है।