- डंपिंग ग्राउंड मामले में 16 गांवों के प्रतिनिधियों की बैठक
- नगर निगम की वादाखिलाफी के विरूद्ध 14 से शुरू होगी पद यात्रा
- दो सप्ताह बाद होगा विशाल ग्रामीण पंचायत का आयोजन
अथाह संवाददाता गाजियाबाद/ मुरादनगर। पाइप लाइन मार्ग के गांवों में नगर निगम के डंपिंग ग्राउंड के खिलाफ एवं नगर निगम की वादाखिलाफी के विरूद्ध 16 गांवों के प्रतिनिधियों की बैठक में लोकसभा चुनाव के बहिष्कार के साथ ही जनजागरण के लिए 14 मार्च से पद यात्रा शुरू करने का निर्णय लिया गया।
रविवार को विकास संघर्ष समिति गाजियाबाद एवं डंपिंग ग्राउंड हटाओ समिति के संयुक्त तत्वावधान में 16 गांवों के प्रतिनिधियों की बैठक डंपिंग ग्राउंड के पास पाईप लाईन रोड पैट्रोल पंप भिक्कनपुर में हुई। जिसमें 31 दिसंबर को हुई ग्रामीण पंचायत में नगर निगम गाजियाबाद के साथ हुई समझौता वार्ता में बनी सहमति एवं नगरायुक्त के लिखित आश्वासन के बाद आन्दोलन को 31 मार्च 2024 तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। विकास संघर्ष समिति के सचिव सलेक भइया ने कहा कि लेकिन आज तक किसी भी बिन्दु पर धरातल पर कोई कार्य नहीं किया गया, जबकि इस सन्दर्भ में अर्थात नगर निगम द्वारा की जा वादा खिलाफी के सम्बन्ध में ग्रामीणों के 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के द्वारा अब तक दो बार जनप्रतिनिधियों (सांसद/ विधायक), जिलाधिकारी, नगरायुक्त, मंडलायुक्त से मिलकर लिखित में अवगत कराया जा चुका है। साथ ही पत्र के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री, एवं मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को भी अवगत कराया जा चुका है, सभी अधिकारियों से केवल आश्वासन ही मिला, धरातल पर कोई प्रगति नहीं हो पाई हैं, जिससे ग्रामीण जनता में भयंकर/भारी आक्रोश उत्पन्न हो गया है, एवं क्षेत्रीय ग्रामीण जनता ने पुन: आन्दोलन करने का मन बना लिया है।
सलेक भइया ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया कि 16 गांवों की जनता आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगी। जिसके लिए जन जागरण अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही प्रथम चरण में 14 मार्च से पद यात्रा प्रारम्भ की जायेगी एवं दो सप्ताह की समयावधि में 16 गांवों में होते हुए सम्पन्न होगी। इसके साथ ही प्रत्येक गांव में नुक्कड़ सभाएं आयोजित की जायेगी। पदयात्रा के समापन पर एक विशाल ग्रामीण पंचायत होगी।
बैठक अध्यक्षता समिति अध्यक्ष आजाद प्रमुख ने की। बैठक में शिवराज त्यागी, डॉ राजेंद्र कलकल, आकाश प्रधान, मिंटू प्रधान, रणधीर पहलवान, जोनी त्यागी, दक्ष नागर, प्रवीण त्यागी, सीताराम शर्मा, कृष्ण देव आर्य प्रधान, संदीप चौधरी, सुमित आर्य, छत्रपाल सिंह आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।