खोड़ा में बन रहे पांच आवासीय भवनों का भी किया उद्घाटन
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। प्रदेश में शुरू हुए 57 जिलों में साइबर थानों के साथ गाजियाबाद को भी साइबर थाना मिल गया है। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से लोकार्पण कर साइबर थाने का उद्घाटन किया। अब साइबर अपराध से पीड़ित लोगों को थाने-चौकी के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। साइबर थाना खुलने से स्वतंत्र होकर साइबर टीम ठगी के मुकदमों में विवेचना कर सकेगी और अपराधियों को पकड़ा जा सकेगा।
कॉरपोरेट ऑफिस की तरह बनाया गया साइबर थाना
आप साइबर थाने में प्रवेश करेंगे तो आपको लगेगा कि आप किसी निजी कंपनी के कार्यालय में आए हैं। साइबर थाना कॉरपोरेट ऑफिस की तरह बनाया गया है। इसमें 21 डेस्कटॉप दो लैपटॉप साइबर थाने की टीम काम करेगी। थाने में 35 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इनमें एक साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन प्रभारी, तीन निरीक्षक, छह उप निरीक्षक, 14 हेड कांस्टेबल, आठ कांस्टेबल, दो महिला कांस्टेबल और एक कंप्यूटर ऑपरेटर है।
पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि साइबर थाने के अलावा कमिश्नरेट के सभी थानों पर साइबर सेल भी बनाई गई है। जहां पांच लाख रुपये तक की ठगी के मामले सुने जाएंगे। इसके लिए 189 पुलिसकर्मियों को साइट्रेन की ट्रेनिंग दी गई है।
एक माह में 39 मुकदमे हो चुके हैं दर्ज
साइबर थाने का लोकार्पण बुधवार को भले ही हुआ हो लेकिन 27 जनवरी से साइबर थाने में टीम कार्य कर रही है। 27 जनवरी से 27 फरवरी तक थाने में 39 मुकदमे दर्ज किया जा चुके हैं। इनमें एक करोड़ 11 लाख रुपये फ्रिज भी करा दिए गए हैं। साथ ही 8,591 अपराधियों के नंबरों को भी ब्लॉक कराया गया है। जिनके द्वारा लोगों से ठगी की गई थी।
मुख्यमंत्री ने थाना खोड़ा में निर्मित पांच आवासीय भवनों का भी उद्घाटन किया। यह बात अलग है कि भवनों के निर्माण में अभी करीब तीन महीने का समय लग जाएगा। क्यों कि अभी ग्राउंग व सेकेंड फ्लोर ही बना है। सेकेंड फ्लोर का लेंटर डाला जा रहा है। करीब 20 दिन बाद लेंटर खुलेगा। इस प्रकार महीना भर का समय फिर दीवारों व छत पर प्लास्टर रँगाई पुताई आदि के काम में समय लगेगा।