Dainik Athah

जीविका, विकास और पर्यावरण का सन्तुलन बनाकर चलना जरूरी: डॉ.अफरोज अहमद

अथाह संवाददाता

गाजियाबाद। महात्मा गांधी सभागार में डॉ.अफरोज अहमद सदस्य/मा.न्यायमूर्ति एनजीटी, दिल्ली की अध्यक्षता में जिला पर्यावरण समिति की बैठक सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी द्वारा उन्हें पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया।  डॉ.अफरोज अहमद ने उपस्थित अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण को दूषित होने से बचाने के लिए नियमों का पालन करने एवं करवाने के साथ—साथ जन—जागरूकता एवं जनता का सहयोग की बहुत आवश्यकता हैं। ईमानदारी के साथ पर्यावरण का संरक्षण करना ही मानवता का सबसे बड़ा धर्म हैं।साथ ही जीविका, विकास और पर्यावरण के बीच सन्तुलन बनाकर पर्यावरणीय समस्याओं से निजात पाया जा सकता है। विकास और पर्यावरण को साथ लेकर चलना जरूरी है। वैज्ञानिकों तरीकों से प्रदूषण पर काबू पाया जा सकता है। जनता के सहयोग से ही प्रदूषण मुक्त भारत बनाया जा सकता है। पर्यावरण से सम्बंधित अधिकारियों को बढ़ते प्रदूषण की ओर ध्यान देने की जरूरत है।उन्होने कहा कि पूरे एनसीआर के लिए हिण्डन नदी बहुत महत्वपूर्ण नदी है। हिण्डन नदीं के दोनों तरफ वृक्षारोपण करके एनसीआर के पर्यावरण को संरक्षित किया जा सकता है। जिससे​ हिण्डन नदी का सौन्दर्यकरण तो होगा ही साथ ही पर्यावरण को भी लाभ पहुंचेगा। बैठक में जिलाधिकारी  राकेश कुमार सिंह, नगरायुक्त  विक्रमादित्य सिंह मलिक, सहायक पुलिस कमीश्नर (लायन आॅडर) कल्पना सक्सेना, डीएफओ मनीष सिंह, आरओ उ.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड गाजियाबाद, विकास मिश्रा सीएमओ डॉ.भवतोष शंखधर, जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह, पीडब्लूडी एक्सीयन रामराजा, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मिथिलेश, डीडी कृषि रामजतन मिश्र, जीडीए मुख्य अभियंता मानवेन्द्र सिंह सहित पर्यावरण संरक्षण सम्बंधित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।

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