अथाह ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार के दस वर्ष में देश पीछे चला गया है। देश को महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं मिला है। भाजपा ने जो वादे किए थे एक भी वादा पूरा नहीं किया। लोकतंत्र और संविधान को कमजोर किया है। भाजपा सरकार को 2024 के लोकसभा चुनाव में हर हाल में हटाना है। भाजपा सरकार की गलत आर्थिक नीतियों से किसान, नौजवान समेत हर वर्ग तबाह हो गया है।
यादव ने नववर्ष पर समाजवादी पार्टी के राज्य मुख्यालय में डा. राममनोहर लोहिया सभागार में आये जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए वर्ष 2024 में सभी के जीवन में सुख समृद्धि की मंगल कामना की। राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव तथा स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी सभी को नए साल की बधाई दी और सम्बोधित किया।
अखिलेश यादव ने कहा कि नए वर्ष में राजनीति में आगे बढ़ने का संकल्प लेना है। भाजपा लोकतंत्र की पवित्रता को नष्ट करने के साजिश कर रही है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की धांधली को रोकना है। भाजपा को रोकने के लिए बूथस्तर तक संगठन को मजबूत करना है। सावधानी से वोट का इस्तेमाल करना है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर भाजपा को हराना है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश में अराजकता फैला रखी है। महिला अपराध और साइबर क्राइम में यूपी नम्बर वन है। उत्तर प्रदेश में महिलाएं और बच्चियां दुष्कर्म की शिकार हो रही है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है। शिक्षक अभ्यर्थी वर्षों से अपनी नियुक्ति के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और भाजपा सरकार उन पर निर्ममता से लाठियां बरसा रही है।
नव वर्ष के अवसर पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकतार्ओं नेताओं, पदाधिकारियों, विधायकों, पूर्व विधायकों, सांसदों, पूर्व सांसदों, विभिन्न समाजसेवी संगठनों के पदाधिकारियों तथा अल्पसंख्यकों ने प्रदेश मुख्यालय में मुलाकात कर बधाई दी।
अखिलेश यादव से मिलकर बधाई देने वालों में प्रमुख रूप से पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव, स्वामी प्रसाद मौर्य, राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, राजपुरोहित हरिप्रसाद मिश्रा, पूर्व मंत्री एवं विधायक रविदास मल्होत्रा, आरके चौधरी, पूर्व सांसद अरविन्द कुमार सिंह, विधायक राकेश प्रताप सिंह, संग्राम यादव, अखिलेश यादव, अभय सिंह, प्रभु नारायण सिंह, पिंकी यादव, सचिन यादव, फरीद महमूद किदवई आदि प्रमुख नेता शामिल रहे।