- भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ सीएम योगी ने बस्ती जनपद में किया सांसद खेलकूद महाकुंभ 3.0 का शुभारंभ
- सीएम योगी ने कहा- उत्तर प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों के लिए बढ़ाए जा रहे कार्यक्रम, वैश्विक स्तर पर हमारे खिलाड़ी देश का नाम कर रहे रोशन
- यूपी के हर गांव में खेल का मैदान होगा, हर मैदान के साथ एक ओपन जिम भी होगा: सीएम योगी
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। सांसद खेलकूद महाकुंभ प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में आयोजित हो रहे हैं। यह हमारे युवाओं को अपनी ताकत और सामर्थ्य को प्रदर्शित करने का एक अवसर है। सांसद खेलकूद प्रतियोगिता हो या खेलो इंडिया खेलो और फिट इंडिया मूवमेंट जैसे आयोजनों के माध्यम से देश में खेलों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। हर एक जनपद में एक-एक खेल का सेंटर बनाने की कार्यवाही भारत सरकार के माध्यम से शुरू हुई है। उत्तर प्रदेश ने भी संकल्प लिया है कि खेल और खिलाड़ियों के लिए हम लोग अपने कार्यक्रम बढ़ाएंगे। हर गांव में खेल का मैदान होगा, हर मैदान के साथ एक ओपन जिम भी होगा। हर जनपद में स्टेडियम का निर्माण, हर विकास खंड स्तर पर एक मिनी स्टेडियम का निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा है। इसी सामर्थ्य का परिणाम है कि वैश्विक स्तर पर हमारे खिलाड़ी देश का नाम रोशन कर रहे हैं। यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को बस्ती जनपद में सांसद खेल महाकुंभ 3.0 के शुभारंभ के अवसर पर कहीं। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का उत्तर प्रदेश आगमन पर स्वागत भी किया।
प्रदेश सरकार ने 500 खिलाड़ियों को दी है सरकारी नौकरी
सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश में खेलों को प्रोत्साहन के लिए किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने अब तक 500 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दी है, जिसमें डिप्टी एसपी भी बनाया गया है तो नायब तहसीलदार का पद भी दिया गया है। साथ ही पुलिस की अलग-अलग श्रेणी में भर्ती की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया है। खेल कोटे के अंदर 500 नए पद निकल रहे हैं। खेल कोटे में 2 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था कर दी गई है। जो खिलाड़ी वैश्विक प्रतियोगिताओं में पदक प्राप्त करेगा, सरकार उसको सरकारी नौकरी भी देगी और आजीवन उसके भरण पोषण की भी व्यवस्था करेगी। उन्होंने सांसद खेलकूद प्रतियोगिता में खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिन खिलाड़ियों ने पदक जीते हैं उन्हें बधाई और जिन्होंने प्रयास किया है वो और अच्छा प्रयास करेंगे तो उन्हें अगले सांसद खेलकूद प्रतियोगिता के साथ-साथ प्रदेश में अलग-अलग खेलों की लीग प्रतियोगिताओं में भागीदार बनने का अवसर प्राप्त होगा।
बस्ती का मेडिकल कॉलेज जेपी नड्डा की देन
सीएम योगी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और बस्ती के बीच संबंधों का हवाला देते हुए कहा कि बस्ती से हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष का विशेष संबंध है। ये जो मेडिकल कॉलेज आप देख रहे हैं, यह आपको तभी प्राप्त हुआ था जब नड्डा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री थे। आप सोचिए कि बस्ती में कोई मेडिकल कॉलेज की बात सोच सकता था। गोरखपुर में एम्स हो या बस्ती का मेडिकल कॉलेज, ये सभी नड्डा जी की देन है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी के समाधान के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री के रूप में उनका विजिट हुआ था, वे चिंतित थे लेकिन साथ-साथ उन्होंने प्रभावी कार्ययोजना बनाई और आज ये बताते हुए खुशी हो रही है कि हमने इंसेफेलाइटिस को पूरी तरह समाप्त कर दिया है। यह बीमारी जिसने 40 वर्षों में पूर्वी उत्तर प्रदेश के 50 हजार बच्चों को निगल लिया था,आज उस बीमारी को हम पूरी तरह नियंत्रित करके उसका उन्मूलन कर चुके हैं और इसमें प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में स्वास्थ्य मंत्री के रूप में आपकी महती भूमिका है। सीएम योगी ने बस्ती की प्रगति पर संतोष जताते हुए कहा कि बस्ती आज तेजी के साथ आगे बढ़ रही है। आते समय हम मुंडेरवा चीनी मिल को देख रहे थे। कितनी अच्छी तरह से चीनी मिल चल रही है। हमारा किसान खुशहाल हो, नौजवान को रोजगार प्राप्त हो, महिलाओं की सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था हो और खिलाड़ियों के लिए इसी तरह के अच्छे आयोजन हों तो देश को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनने से कोई नहीं रोक सकता।
प्रधानमंत्री के संकल्प से जुड़ेगा हर भारतवासी
इससे पहले, सीएम योगी ने तीन राज्यों में प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा की जीत के लिए जेपी नड्डा को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े 9 वर्ष के अंदर हम एक नए भारत का दर्शन कर रहे हैं। ये नया भारत जिसमें 142 करोड़ लोगों को गौरव के साथ आगे बढ़ने और बिना भेदभाव के विकास की प्रक्रिया से जुड़ने का अवसर प्राप्त हो रहा है। चेहरा देखकर के नहीं गांव, गरीब, किसान, नौजवान, दलित, वंचित, पिछड़ा, महिलाएं इन सभी को शासन की योजनाओं में भागीदार बनाकर के उनके जीवन में परिवर्तन करने का कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि जब मोदी जी के हाथों में देश की सत्ता आई थी तब ये देश दुनिया की 12वीं अर्थव्यवस्था के रूप में जाना जाता था। ये हमारा सौभाग्य है कि एक यशस्वी नेतृत्व में आज भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की पांचवीं अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हुई है। जिस गति से भारत बढ़ रहा है, आने वाले तीन-चार वर्ष महत्वपूर्ण होंगे। इसमें भारत की अर्थव्यवस्था को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करने के प्रधानमंत्री के संकल्प से हर भारतवासी को जुड़ना है। अर्थव्यवस्था की मजबूत होने का मतलब हर चेहरे पर खुशहाली आना, हर एक के जीवन में परिवर्तन आना है।
इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, संगठन महामंत्री धर्मपाल, प्रभारी मंत्री राकेश सचान, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव, बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी, क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, क्षेत्रीय प्रभारी गोविंद नरायण शुक्ल, प्रदेश महामंत्री सुभाष यदुवंशी, जिला प्रभारी समीर सिंह, जिलाध्यक्ष विवेक आनंद मिश्र, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी, विधायक अजय सिंह, पूर्व विधायक दयाराम चौधरी और रवि सोनकर उपस्थित रहे।
पीएम मोदी ने खेलों को इंडिया के दायरे से निकालकर भारत के दायरे में पहुंचाया: नड्डा
कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जिस नए भारत का निर्माण किया है, वो आज यहां नौजवानों में दिख रहा है। ये खेल महाकुंभ जिसकी शुरूआत तीन साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हुई थी। आज स्थान-स्थान पर खेल महाकुंभ हो रहा है और यह जानकर खुशी है कि एक लाख विद्यार्थियों और 50 हजार खिलाड़ियों के क्रम से प्रारंभ करते हुए आज लगभग साढ़े चार लाख विद्यार्थी और साढ़े तीन लाख खिलाड़ी इस महाकुंभ में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि देश को चलाने के लिए नेतृत्व, नीति, नीयत और कार्यक्रम बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। नौजवानों से पूछना चाहता हूं कि क्या कारण था कि 70 वर्षों में एशियन गेम्स में कभी भी इतने मेडल नहीं आए जो पिछले एशियन गेम्स में आ गए। क्या कारण था कि टोक्यो ओलंपिक्स के पहले भारत कभी भी ओलंपिक्स में इतनी बड़ी संख्या में मेडल्स नहीं ले सका। इसका कारण है कि मोदी जी ने भारत को इंडिया के दायरे से निकालकर भारत के दायरे में पहुंचा दिया है। जब मैं इंडिया कहता हूं तो खिलाड़ी कहां से आते थे। खिलाड़ी मुंबई से आते थे, बेंगलुरू, दिल्ली से आते थे, बड़े-बड़े शहरों और क्लबों के माध्यम से आते थे। प्रधानमंत्री मोदी जी के आने के बाद आज खिलाड़ी बड़े शहरों से ही नहीं गांव और कस्बों से निकलने लगे हैं। गरीब घरों के नौजवान ओलंपिक में भागीदारी कर रहे हैं। यह है नीति का परिवर्तन, यह है नेतृत्व की क्षमता और ये है नीयत का प्रदर्शन और ये है कार्यक्रमों का विश्लेषण। आपको जानकर खुशी होगी कि खेल में 2014 में सिर्फ 1219 करोड़ का बजट था, आज खेल में 3397 करोड़ का बजट है। 2014 से पहले कोई ओलंपिक पोडियम स्कीम नहीं थी, अब टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम बनी है। यानी लक्ष्य तय करके आगे बढ़ रहे हैं। इसमें खिलाड़ियों की फॉरेन ट्रेनिंग की व्यवस्था की गई है। वर्ल्ड स्टैंडर्ड के उपकरण भारत अपने खिलाड़ियों को उपलब्ध करा रहा है। ओलंपिक की तैयारी कर रहे खिलाड़ियों को भारत सरकार 50 हजार रुपए स्टाइपेंड दे रही है। 8 हजार खिलाड़ियों को ओलंपिक के लिए तैयार किया जा रहा है, जिसमें 5 हजार पुरुष और 3 हजार महिलाएं हैं। इनकी ट्रेनिंग के लिए 34 डिसिप्लिंस सेंटर बने हैं। उन्होंने भारत सरकार की खेलों से जुड़ी योजनाओं को उत्तर प्रदेश में पूरी ताकत से लागू करने के लिए योगी सरकार की तारीफ की। उन्होंने योगी सरकार की खेल योजनाओं की भी प्रशंसा की।