- मेरठ- लखनऊ की तरफ टकटकी लगाये देख रहे भाजपा कार्यकर्ता
- संगठन का काम काज हो रहा प्रभावित, काम करने के इच्छुक नहीं
- किस कारण घोषित नहीं हो रही कमेटियां, नहीं आ रहा किसी के समझ
- जिलों के बाद घोषित होगी क्षेत्रीय कमेटी
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद/ मेरठ। भारतीय जनता पार्टी की जिला कमेटियां अब तक घोषित नहीं हो सकी है। बताया जा रहा है कमेटियां तैयार है, बस इंतजार है तो केवल घोषणा का। कमेटियां घोषित होने में जितनी अधिक देरी हो रही है उसका असर संगठन के काम काज पर भी पड़ रहा है। इस मुद्दे पर जिम्मेदार पदाधिकारी भी मुंह खोलने को तैयार नहीं है।
बता दें कि भाजपा के जिला व महानगर अध्यक्षों की घोषणा को लंबा समय बीत चुका है, बावजूद इसके कमेटियां घोषित नहीं की गई है। इतना ही नहीं बड़ी संख्या में मंडल अध्यक्ष भी बदले जाने हैं। सूत्रों की मानें तो जिला कमेटियों में बदलाव 40 से 50 फीसद होने की उम्मीद है, वहीं मंडल अध्यक्षों में बदलाव 50 फीसद से अधिक हो सकता है। बड़ी संख्या में ऐसे भी मंडल अध्यक्ष है जो फिर से इस पद पर बने रहने के इच्छुक नहीं है।
भाजपा सूत्रों के अनुसार गाजियाबाद महानगर में कम से कम दो महामंत्री और मंत्रियों के साथ ही उपाध्यक्ष पद पर भी बदलाव हो सकता है। एक त्यागी को महामंत्री पद से हटाने के बाद एक अन्य त्यागी के जरिये भरपाई की जायेगी। इसके साथ ही वैश्य समाज से भी कमेटी में पद पाने के लिए अनेक दावेदार मजबूती से अपनी पैरवी करवा रहे हैं। इतना ही नहीं पुराने पदाधिकारी जोड़तोड़ कर फिर से पद पाने के लिए प्रयासरत है।
यदि जिला कमेटी की बात करें तो वहां पर महामंत्रियों के साथ ही उपाध्यक्ष पदों पर बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। महामंत्री में पुराने कई पदाधिकारी वर्तमान जिलाध्यक्ष के साथ काम करने के इच्छुक नहीं है। यहीं कारण है कि एक गुर्जर और एक दलित महामंत्री के स्थान पर अन्य को स्थान दिया जा सकता है। महामंत्री पद के लिए तीन जाट दावेदारों में जोरदार कसरत चल रही है। वर्तमान में उपाध्यक्ष एक पदाधिकारी को जिलाध्यक्ष द्वारा महामंत्री बनाने की मजबूत पैरवी की जा रही है जिस कारण उनका महामंत्री बनना तय है। इस समय जिले का पूरा काम भी इन उपाध्यक्ष के जिम्मे है। उनकी पैरवी कई अन्य नेता भी कर रहे हैं। इसके साथ ही डासना क्षेत्र से राजपूत समाज से एक महामंत्री बनना तय माना जा रहा है। माना जा रहा है कि वर्तमान कमेटी में मंत्री इस पदाधिकारी को क्षेत्र के एक बड़े नेता का आशीर्वाद है। यदि सूत्रों की मानें तो बसपा से जल्द ही कोई नेता भाजपा में आकर महामंत्री पद पर दावा ठोंकने जा रहा है। लेकिन अभी तक उसकी पार्टी में ज्वाइनिंग नहीं हुई है।
मंडल अध्यक्षों की बात करें तो जिला कमेटी में सबसे अधिक मंडल अध्यक्ष बदले जाने हैं।
सूत्रों के अनुसार भाजपा ने जिला व महानगर कमेटियों के साथ ही मंडल अध्यक्षों के नाम भी तय कर लिये हैं, लेकिन सूची घोषित करने के लिए लखनऊ से इशारे का इंतजार है। उम्मीद है कि इसी सप्ताह सूची घोषित हो जाये। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा अभी तक प्रदेश में किसी भी जिले की कमेटी घोषित नहीं की गई है। उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में कमेटियों की घोषणा शुरू हो जाये।