अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। विश्व दिव्यांगजन दिवस पर दिव्यांगजनों ने नमो भारत ट्रेन में यात्रा की और सर्व-समावेशी पहुंच का अनुभव प्राप्त किया। इन लोगों ने साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन से दुहाई डिपो आरआरटीएस स्टेशन तक का एक राउंड ट्रिप लगाया। एनसीआरटीसी ने उनके लिए एक जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किया, जिसमें आरआरटीएस की विशेषताओं और उन प्रावधानों के बारे में जानकारी दी गई जो आरआरटीएस को एक सर्व-समावेशी और सभी के लिए सुलभ परिवहन का साधन बनाते हैं।
इस जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली- गाजियाबाद- मेरठ आरआरटीएस परियोजना के लिए एनसीआरटीसी को प्रदान किए गए एडीबी ऋण के संयोजन में जापान फंड आॅफ प्रॉसपरस एंड रिजिÞलिएंट एशिया एंड द पेसिफिक (जेएफपीआर) पहल के तत्वावधान में किया गया। लोगों को भारत की पहली रीजनल रेल के बारे में जागरूक करने और यह परियोजना किस तरह सभी प्रकार के लोगो को सुविधावप्रदान करेगी, इसकी जानकारी देने के लिए एनसीआरटीसी समय-समय पर इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करता रहता है।
दिव्यांगजनों के इस समूह में सभी उम्र के लोग शामिल थे, जिनमें से अधिकांश बच्चे थे। उन्होंने इस पूरी यात्रा अनुभव का भरपूर आनंद लिया और आरआरटीएस की सार्वभौमिक पहुंच की बहुत सराहना की। जागरूकता कार्यक्रम के दौरान उत्साहित बच्चों ने अपने यात्रा के अनुभव भी साझा किए। नमो भारत ट्रेन की सवारी उनके लिए विशेष रूप से आनंददायक थी और वे इसकी गति और आरामदायक यात्रा से बेहद प्रभावित हुए। उन्होंने सर्व-समावेशी, सार्वभौमिक रूप से सुलभ, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा प्रणाली प्रदान करने की प्रतिबद्धता के लिए एनसीआरटीसी की प्रशंसा की।
यात्रियों की सुविधा आरआरटीएस परियोजना के मूलभूत सिद्धांतों में से एक है। योजना से लेकर निर्माण चरण तक, यात्रियों की सुविधा एवं उनकी हर संभव जरूरतों को पूरा करना आरआरटीएस की प्राथमिकता रही है। इसी क्रम में, हर वर्ग के लोगों के लिए सुलभ एवं सुरक्षित पहुँच सुनिश्चित करना आरआरटीएस प्रणाली के डिजाइन का एक मूलभूत पहलू है। इस प्रणाली में बुजुर्गों, बच्चों, दिव्यांगजनों और महिलाओं सहित विभिन्न जनसांख्यिकी की आवश्यकताओं पर विशेष ध्यान दिया गया है और समावेशिता के प्रति यह प्रतिबद्धता आरआरटीएस स्टेशनों और नमो भारत ट्रेनों पर दी जाने वाली सुविधाओं और सेवाओं में सहज ही नजर आती है।
आरआरटीएस स्टेशनों पर व्हीलचेयर की सुविधा उपलब्ध है और आवश्यकतानुसार लोग इसका उपयोग कर सकते हैं। स्टेशनों पर व्हीलचेयर और स्ट्रेचर को आसानी से लाने-ले जाने लिए रैंप एवं बड़ी लिफ्टें लगाई गई हैं। साथ ही, दृष्टिबाधित यात्रियों की सुविधा के लिए, स्टेशन के डिजाइन में टैकटाइल पाथ को शामिल किया गया है, जो नेविगेशन में सहायता करने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। इसकी मदद से यात्री स्टेशन में प्रवेश से लेकर ट्रेन में चढ़ने तक की यात्रा आसानी से कर सकते हैं। साथ ही नमो भारत ट्रेनों के अंदर, व्हीलचेयर और स्ट्रेचर के लिए विशिष्ट स्थान प्रदान किया गया है। साथ ही, प्रत्येक कोच में दिव्यांग यात्रियों के लिए आरक्षित सीटें हैं, जो उनकी आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित करती हैं। इसके अतिरिक्त, सभी यात्रियों को सहायता और सुविधा के लिए प्रत्येक आरआरटीएस ट्रेन में एक ट्रेन अटेंडेंट भी उपलब्ध है।
एनसीआरटीसी का उद्देश्य लोगों को निजी वाहनों की बजाए सार्वजनिक परिवहन के साधनों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना है, जिससे निजी वाहनों पर निर्भरता कम हो सके और सतत शहरी गतिशीलता को बढ़ावा मिले। एनसीआरटीसी सभी के लिए समावेशी और सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि आरआरटीएस सार्वजनिक परिवहन में सभी वर्ग के लोग आसानी से यात्रा कर सकें।