अथाह ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि चुनाव सिर पर आ गए हैं तो भाजपा को जनता की याद भी आने लगी है। इसके साथ ही भाजपा ने लोगों को गुमराह करने वाले अपने दो पुराने अस्त्र-शस्त्र झूठा प्रोपेगेंडा और लोकलुभावन की घोषणाएं को आजमाने की तैयारी कर ली है। कभी उज्ज्वला योजना में दो त्योहारों पर सिलेण्डर देने की भी बात की थी पर किया कुछ नहीं। अब जनता को बहकाने के लिए तीन माह बिजली बिल में छूट देने का नया ऐलान कर गुमराह करने की कोशिश की है।
उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद से विद्युत व्यवस्था पूरी तरह अस्तव्यस्त हो गई है। समाजवादी सरकार में बिजलीघर बने थे। भाजपा राज में एक यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं हुआ। समाजवादी सरकार के समय जो बिजली बनी उसी का इस्तेमाल भाजपा सरकार करती रही है। समाजवादी सरकार में लाइन लॉस घटाने और पारेषण तथा वितरण के क्षेत्र में सुधार किए गए थे। सोलर ऊर्जा के नए प्लांट लगे थे। उन्होंने कहा भाजपा राज में गलत नीतियों की वजह से बिजली महंगी होती गई। जो चीनी मीटर लगे वे सही रीडिंग नहीं देते इसलिए उपभोक्ता को हर तरफ सिर्फ भ्रष्टाचार का शिकार होना पड़ता है। अवैध वसूली का नया रैकेट भी चलाने की खबरें आती रहती है। महंगे बिजली बिल की वजह से खेती किसानी की सिंचाई भी प्रभावित होती है। डीजल पहले से ही महंगा है। बुनकरों को भी जो छूट समाजवादी सरकार में मिली थी उसे भाजपा राज में छीन लिया गया।
यादव ने कहा बिजली अव्यवस्था की हालत ये है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली 4-5 घंटे से ज्यादा नहीं मिलती है। शहरी क्षेत्रों की छोड़िये राजधानी लखनऊ में भी जब तब ट्रिपिंग होती रहती है। मुख्यमंत्री जी जनता की समस्याओं का निदान अपनी प्राथमिकता में बताते है जबकि सच यह है कि भाजपा राज ही समस्या है। जनता की समस्याओं का हल भाजपा ढूंढने के बजाय बढ़ाती है। अब जनता ने स्वयं अपनी समस्याओं का हल 2024 के लोकसभा चुनाव में जरूर कर लेने का मन बना लिया है।