अथाह संवाददाता
नोएडा। राष्टÑीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक स्वर्गीय मदन दास देवी की स्मृति में नोएडा के भाउराव देवरस सरस्वती विद्या मंदिर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें भारी संख्या में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी और स्वयंसेवकों ने स्वर्गीय मदन दास देवी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर यूपी उत्तराखण्ड संयुक्त प्रचार प्रमुख कृपा शंकर ने स्वर्गीय मदन दास देवी के साथ बिताए समय को याद करते हुए उनसे जुड़ी कई रोचक बातें बतायी और कहा कि संघ के बड़े दायित्वों पर रहते हुए भी वह छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखते थे। कार्यकर्ता के नाते, समाजिक संपर्क के नाते, व्यक्तित्व के नाते वे अद्भूत प्रतिभा के धनी थे। एक जीवन, एक उद्देश्य इसके लिए उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन लगाया। उन्हें जब जो दायित्व मिलता उसकी घोषणा होते ही वह उसमें डूब जाते थे। जब वह अस्वथ्य हो गए, कोई दायित्व उनके पास नहीं था उसके पश्चात भी वह कार्यकतार्ओं से मिलने जाते थे। कभी-कभी कार्यकर्ता उनसे मिलने जाते तो वह उनसे उनके बच्चों के बारे में पूछते थे। वह कहते थे कि देव दुर्लभ कार्यकतार्ओं के दर्शन से मेरा स्वास्थ्य अच्छा हो जाता है। उनकी बातें हम लोगों के लिए प्रेरणा देने वाली है जो काम उन्होंने अपने हाथों में लिया था वह पूरा करके गए हैं हम लोग उसे और आगे ले जाएंगे।
प्रांत के अभिलेखागार प्रमुख तपन ने उनके साथ बिताए समय को याद करते हुए कहा कि स्वर्गीय मदन दास देवी की याददाश्त बहुत तेज थी वे अपने साथ काम करने वाले कार्यकतार्ओं को उनके नाम से जानते थे। कभी नाम भूल भी जाते थे तो उन्हें उसके काम से जानते थे। वे छोटे-बड़े सभी कार्यकतार्ओं की चिन्ता करते थे, उनके चेहरों को पढ़ लेते थे। बिना कुछ कहे वह कार्यकतार्ओं की समस्याओं का समाधान कर देते थे। उन्होंने विद्यार्थी परिषद को खड़ा किया। सही अर्थों में वे संघ के कार्यों को सींचने वाले थे। उन जैसे कार्यकतार्ओं के पुण्य-बल पर ही आज हमलोग आगे बढ़े हैं। संघ के बीज के रुप में अपने जीवन को खपाने वाले
और विपरीत परिस्थियों में काम करने वाले मदन दास जी का जीवन हम लोगों के लिए प्रेरणादायी है।