Dainik Athah

योगी सरकार ने रचा इतिहास, यूपी में एक दिन में 30 करोड़ से अधिक पौधे रोपे गये

  • बिजनौर और मुजफ्फरनगर में सीएम योगी, प्रदेश के अन्य जनपदों में सरकार के मंत्रियों ने रोपे पौधे
  • शाम पांच बजे तक 30,21,51,570 पौधरोपण कर उत्तर प्रदेश ने रचा कीर्तिमान
  • राजधानी से लेकर प्रदेश के गांव गांव तक रोपे गये पौधे, सभी 26 विभागों ने मिलकर लगाए वृक्ष
  • प्रदेश के सभी 75 जिलों और 18 मंडलों में चला वृहद् वृक्षारोपण अभियान

अथाह ब्यूरो
लखनऊ।
माफिया के प्रति कठोर और बच्चों के लिए नर्म दिल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर्यावरण संरक्षण को लेकर बेहद संवेदनशील हैं। दुनियाभर में बढ़ते मरुस्थलीकरण के खतरे, पर्यावरण ह्रास और जैव विविधता को पहुंचाई जा रही क्षति को ध्यान में रखते हुए योगी आदित्यनाथ बीते छह साल से प्रदेश में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान को शीर्ष प्राथमिकता पर रखे हुए हैं। मुख्यमंत्री की मंशा को ध्यान में रखते हुए शनिवार को प्रदेश में व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण महाभियान 2023 चलाया गया। इस दौरान राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने छाता मथुरा में जबकि, सीएम योगी ने बिजनौर और मुजफ्फरनगर में गंगा किनारे पौधरोपण कर इस महाभियान का शुभारंभ किया। वहीं प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों ने भी अलग अलग जिलों में पौधे रोपित किये। शाम पांच बजे तक प्रदेश में 30,21,51,570 पौधे रोपित किये गये, जोकि सरकार के लक्ष्य 30 करोड़ से 21 लाख से भी अधिक है।

मुख्यमंत्री ने बताया पौधरोपण लोकपर्व
वृक्षारोपण महाभियान 2023 को मिली अप्रत्याशित सफलता के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे नए भारत के नए उत्तर प्रदेश में ‘पौधरोपण’ लोकपर्व बताते हुए कहा कि प्रकृति के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए उत्तर प्रदेश में आज एक दिन में 30 करोड़ से अधिक पौधरोपण का कीर्तिमान बनाया गया है। ‘माता भूमि: पुत्रोऽहं पृथिव्या:’ के भाव को आत्मसात कर सभी 18 मंडलों-75 जनपदों में अपूर्व उत्साह-उमंग-उल्लास के साथ जन-जन ने इस पुनीत कार्य में सहभाग किया। आज का यह प्रयास आने वाली पीढ़ियों को ‘स्वच्छ-समृद्ध-हरित’ परिवेश प्रदान करने में सहायक होगा। इस अभिनंदनीय योगदान के लिए सभी जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संगठनों, सामाजिक संगठनों तथा शासन-प्रशासन सहित समस्त प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई-अभिनंदन।

इन मंत्रियों ने यहां किया पौधरोपण
शनिवार को पौधरोपण कार्यक्रम में योगी सरकार के मंत्री अलग-अलग जनपदों में शामिल हुए। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य प्रयागराज व कौशांबी, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक रायबरेली व बाराबंकी, काबीना मंत्री स्वतंत्र देव सिंह व वन-पर्यावरण मंत्री अरुण सक्सेना बिजनौर व मुजफ्फरनगर, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही अयोध्या व अमेठी, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना लखनऊ व गोरखपुर, कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य झांसी व जालौन, वन-पर्यावरण राज्यमंत्री केपी मलिक सहारनपुर में पौधरोपण कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके अलावा अन्य मंत्रियों ने भी विभिन्न जनपदों में पौधरोपण किया।

हरीतिमा अमृत वन ऐप 3.1 पर मिलेगा रियल टाइम अपडेट
शनिवार को हुए वृक्षारोपण महाभियान 2023 के अंतर्गत वन भूमि, रक्षा, रेलवे की भूमि, ग्राम पंचायत एवं सामुदायिक भूमि, एक्सप्रेस वे, सड़क, नहर, रेल पटरी के किनारे। विकास प्रधिकरण, औद्योगिक परिसर, चिकित्सा संस्थान, शिक्षण संस्थान की भूमि, अन्य राजकीय भूमि, कृषकों की निजी भूमि, नागरिकों द्वारा निजी परिसर में बड़े स्तर पर पौधरोपण किया गया है। सबसे अहम बात ये कि अभियान को पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने के लिए योगी सरकार ने एण्ड्रायड आधारित हरीतिमा अमृत वन मोबाइल एप वर्जन 3.1 विकसित किया है। मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि पिछली सरकारों की तरह पौधरोपण अभियान केवल कागजी खानापूर्ति तक सीमित ना रहे, बल्कि इसको लेकर पूरी पारदर्शिता और पौधों की प्रभावी मॉनीटरिंग की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। यही कारण रहा कि इस साल पौधों की जियो टैगिंग की मुकम्मल व्यवस्था की गई है। साथ ही वन विभाग ने भी टेक्नोलॉजी का भरपूर उपयोग किया है।


बीते छह साल में सवा नौ फीसदी बढ़ा है यूपी का हरित क्षेत्र, बाघों की भी बढ़ गई संख्या

लखनऊ। प्रदेश की सत्ता संभालते ही पर्यावरण को लेकर गंभीर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे अधिक जोर प्रदेश की हरितिमा बढ़ाने पर दिया। इसी का नतीजा है कि वृक्षारोपण महाभियान 2023 से पहले ही योगी सरकार 2017-18 से लेकर 2022-23 तक यूपी में कुल 136.98 करोड़ पौधे रोपने का रिकॉर्ड कायम कर चुकी है। इसमें वन विभाग की ओर से जहां 49.88 करोड़ पौधे रोपे जा चुके हैं वहीं अन्य विभागों की ओर से 82.10 करोड़ पौधे बीते वर्ष तक प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में रोपे जा चुके हैं। बीते छह साल की बात करें तो 2017-18 में 5.72 करोड़, 2018-19 में 11.77 करोड़, 2019-20 में 22.60 करोड़, 2020-21 में 25.87 करोड़, 2021-2022 में 30.53 करोड़ और 2022-23 में 35.49 करोड़ पौधे रोपित किये जा चुके हैं। यही कारण है कि भारतीय वन सर्वेक्षण कि रिपोर्ट के अनुसार यूपी में वनाच्छादन एवं वृक्षाच्छादन क्षेत्र में खासा इजाफा हुआ है। जहां वनाच्छादन में कुल 417 वर्ग किलोमीटर (0.18 प्रतिशत) की वृद्धि हुई है वहीं वृक्षाच्छादन में अबतक 377 वर्ग किलोमीटर (0.16 प्रतिशत) की वृद्धि रिकॉर्ड की गई है। प्रदेश के संपूर्ण हरित क्षेत्र में वृद्धि की बात करें तो 9.23 प्रतिशत की कुल वृद्धि के साथ ही इसमें 794 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हो चुकी है।
न सिर्फ बढ़ी हरियाली, जीवों को भी मिला संरक्षण
बीते छह साल से जारी पौधरोपण महाभियान का ही नतीजा है कि प्रदेश के हरित क्षेत्रफल में ना सिर्फ वृद्धि दर्ज की गई है, बल्कि वृक्षों के समुचित संरक्षण के फलस्वरूप वन्य जीवों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। प्रदेश में राष्ट्रीय पशु बाघ की संख्या विगत पांच साल में 118 से बढ़कर 173 हो गयी है। इसी प्रकार हाथियों की संख्या भी 265 से बढ़कर 352 हो गयी है। यही नहीं राज्य पक्षी सारस की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। विगत पांच वर्षों में सारस की संख्या 13,670 से बढ़कर 17,586 हो गयी है।
पर्यावरणीय असंतुलन को खत्म करने में मिलेगी मदद
योगी सरकार प्रदेश में विभिन्न प्रजातियों के पौधों को रोपित करने पर विशेष फोकस कर रही है, जिससे पर्यावरणीय असंतुलन को खत्म करने के साथ ही समावेशी विकास की अवधारणा को भी बल प्रदान किया जा सके। इसके तहत सागौन, शीशम, जामुन, अर्जुन, अमरूद, सहजन, आंवला, नीम और बांस जैसे वृक्षों को रोपने पर सबसे ज्यादा बल दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश में सबसे अधिक औद्योगिक एवं इमारती वृक्षों को लगाने का कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा फलदार, औषधीय एवं सुगंधित, पर्यावरणीय और चारा, शोभाकार एवं अन्य पौधों को प्रदेश के हर हिस्से में रोपित किया गया है।

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