मंथन: स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के परिणाम गुरुवार को घोषित हो गये। जैसी उम्मीद व्यक्त की जा रही थी वैसे ही परिणाम भी रहे। गाजियाबाद नगर निगम, प्रशासन ने सर्वेक्षण में पाने के लिए प्रयास किये इससे इनकार नहीं किया जा सकता।
लेकिन इस प्रकार के परिणाम तो उसी दिन नजर आ गये थे जब प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने नगर निगम क्षेत्र का निरीक्षण किया था। वे केवल उन्हीं स्थानों पर गये थे जहां पर गंदगी की भरमार थी। इस स्थिति को देखकर समझा जा सकता है कि नगर निगम की क्या स्थिति रहने वाली है। सर्वेक्षण के दौरान नार्थ जोन में मुरादनगर नगर पंचायत ने पहला स्थान प्राप्त कर जिले की लाज बचाने का काम किया।
इसके साथ ही निवाड़ी नगर पंचायत का काम भी जिले की नगर पंचायतों में बेहतर रहा। लेकिन गाजियाबाद नगर निगम लुढ़क गया। गाजियाबाद नगर निगम क्षेत्र में दिखावे एवं बयानबाजी को छोड़कर अब संयुक्त प्रयास करने होंगे। इसमें जिला प्रशासन के साथ ही नगर निगम प्रशासन, महापौर, पार्षदों एवं सबसे बड़ी बात आम जनता को भी आगे आना होगा। सभी को यह सोचना होगा कि यह शहर आपका अपना है। इसे स्वच्छ रखने में अपना योगदान दें।
ठीक इसी प्रकार जिले की मोदीनगर, लोनी एवं खोड़ा नगर पालिकाओं तथा नगर पंचायतों को काम करना होगा। केवल दीवारों पर पेंटिंग बनवाने एवं सर्वेक्षण के दौरान एसएमएस भेजने से काम नहीं चलने वाला। यदि आपका मोहल्ला, शहर एवं जिला साफ होगा तभी गाजियाबाद से गंदगी दूर होगी तथा लोग स्वस्थ्य रहेंगे। गाजियाबाद के नये नगर आयुक्त भारतीय प्रशासनिक सेवा के युवा अधिकारी है।
उनमें काम करने की क्षमता है तथा उम्मीद है कि सभी को साथ लेकर चलेंगे एवं गाजियाबाद को अगले वर्ष तक एक उत्तम शहर बनायेंगे।
मंथन————————————————————————-Manthan